मार्केटिंग सीजन 2023-24 (अक्टूबर-सितंबर) के पहले महीने में चावल की सरकारी खरीद में 9 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है. हालांकि अधिकारियों ने इस गिरावट को पिछले हफ्ते कृषि मंत्रालय द्वारा जारी उत्पादन अनुमानों के अनुरूप बताया है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक 31 अक्टूबर तक भारतीय खाद्य निगम द्वारा चावल की सरकारी खरीद 9.3 फीसद घटकर 103.53 लाख टन दर्ज की गई है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में खरीद 114.13 लाख टन थी.
कृषि मंत्रालय के उत्पादन अनुमान के मुताबिक खरीफ चावल का उत्पादन 1,063.1 लाख टन होने की संभावना है, जो कि पिछले साल की तुलना में 3.8 फीसद कम है. 2022-23 में खरीफ चावल का उत्पादन 1,105.1 लाख टन दर्ज किया गया था. गौरतलब है कि चालू विपणन सत्र में सरकार ने 521.27 लाख टन चावल की खरीद का लक्ष्य रखा है. भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक पहले पखवाड़े में चावल की खरीद 6 फीसद ज्यादा दर्ज की गई थी. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि खरीद की गति जारी रहेगी.
बता दें कि पंजाब और हरियाणा में धान की फसल की कटाई पिछले साल की तुलना में थोड़ा पहले शुरू हो गई है. हालांकि दूसरे पखवाड़े में धान की सरकारी खरीद में 15 फीसद से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है. कुछ अधिकारियों ने खरीद में गिरावट के लिए पंजाब में चावल मिल मालिकों की हड़ताल को जिम्मेदार ठहराया है. दरअसल, उन्होंने प्रोसेसिंग के लिए आने वाले धान की खरीदारी से इनकार कर दिया था. विशेषज्ञों का कहना है कि पंजाब और हरियाणा में कुल उत्पादन कम होने का अनुमान है.