सरकार ने बासमती चावल के न्यूनतम निर्यात मूल्य यानी MEP को घटाकर 950 डॉलर प्रति टन करने का फैसला किया है. कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के द्वारा एक्सपोर्टर्स को 950 डॉलर प्रति टन की सीमा के ऊपर के शिपमेंट के लिए पंजीकरण करने की अनुमति देने वाली एक औपचारिक अधिसूचना जल्द जारी की जाएगी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने सोमवार को देर रात हुई बैठक में बासमती चावल के न्यूनतम निर्यात मूल्य में कटौती के फैसले को निर्यातकों को अवगत करा दिया है.
बता दें सरकार ने अगस्त के महीने में सफेद गैर-बासमती चावल के अवैध शिपमेंट को प्रतिबंधित करने के लिए 1,200 अमेरिकी डॉलर प्रति टन से नीचे बासमती चावल के निर्यात की अनुमति नहीं देने का फैसला किया था. ऑल इंडिया राइस एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन (एआईआरईए) के पूर्व प्रेसिडेंट एवं करनाल स्थित चावल निर्यातक विजय सेतिया के मुताबिक 950 डॉलर प्रति टन के ऊपर बासमती चावल के निर्यात की अनुमति से निर्यात में बढ़ोतरी होगी. इसके अलावा किसानों की आय में भी वृद्धि होगी. प्रीमियम बासमती चावल की आड़ में सफेद गैर-बासमती चावल के अवैध निर्यात पर लगाम लगाने के लिए 15 अक्टूबर तक बासमती चावल का अस्थायी न्यूनतम निर्यात मूल्य 1,200 डॉलर प्रति टन कर दिया गया था.
गौरतलब है कि हाल ही में अस्थायी न्यूनतम निर्यात मूल्य को अगले आदेश तक के लिए बढ़ा दिया गया था और यही वजह थी कि निर्यातकों ने ज्यादा न्यूनतन निर्यात मूल्य के कारण निर्यात धीमा होने के डर से किसानों से बासमती धान की खरीद रोक दी थी. ऑल इंडिया राइस एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के मौजूदा प्रेसिडेंट नाथी राम गुप्ता ने निर्यातकों को धान की खरीद और स्टॉक रखने में अत्यधिक सावधानी बरतने की सलाह दी है. बता दें कि वाणिज्य मंत्रालय को गैर-बासमती सफेद चावल के गलत वर्गीकरण और अवैध निर्यात के संबंध में रिपोर्ट मिली थी. गैर-बासमती सफेद चावल के शिपमेंट पर 20 जुलाई 2023 से प्रतिबंध लगा दिया गया था. एआईआरईए के मुताबिक पिछले 5 साल में बासमती चावल का औसत निर्यात मूल्य 975 डॉलर प्रति टन रहा है. भारत ने चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अगस्त की अवधि के दौरान 2.22 अरब डॉलर मूल्य के 2.1 मिलियन टन (एमटी) बासमती चावल का निर्यात दर्ज किया है, जो कि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में मूल्य के संदर्भ में 12.6 फीसद ज्यादा है.
जून तिमाही में गैर बासमती सफेद चावल का निर्यात पिछले साल से ज्यादा अप्रैल-जून तिमाही में गैर-बासमती सफेद चावल का निर्यात 15.54 लाख टन था, जबकि साल भर पहले की समान तिमाही में यह 11.55 लाख टन रहा था. खरीफ फसल वर्ष 2022-23 में देश का कुल चावल उत्पादन बढ़कर 13.55 करोड़ टन पर पहुंचने का अनुमान है जबकि इसके एक साल पहले यह 12.94 करोड़ टन रहा था.
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