अमेरिका (US) से भारत में सेब के निर्यात में पिछले साल की तुलना में 16 गुना की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. भारत के अमेरिकी उत्पादों पर 2019 में लगाए गए 20 प्रतिशत प्रतिशोधात्मक शुल्क को हटाने का फैसला करने के बाद यह निर्यात बढ़ा है. वाशिंगटन राज्य के सेब उत्पादकों ने इस वर्ष करीब 10 लाख पेटी सेब भारत भेजे, जो पिछले वर्ष की तुलना में 16 गुना अधिक है. सिएटल बंदरगाह पर मंगलवार को इस उपलब्धि का जश्न मनाया गया. सांसद मारिया केंटवेल ने सिएटल में पत्रकारों से कहा कि यह अमेरिका और भारत के बीच व्यापार संबंधों में एक नया मुकाम है. इस खास अवसर का सिएटल में भारत वाणिज्य दूतावास के महावाणिज्य दूत प्रकाश गुप्ता, मध्य वाशिंगटन के सेब उत्पादक और श्रम व बंदरगाह अधिकारी भी साक्षी बने.
आयात शुल्क में बढ़ोतरी से निर्यात में गिरावट
सेब पर आयात शुल्क में 20 प्रतिशत की वृद्धि के कारण वाशिंगटन राज्य से भारत तक सेब निर्यात बाजार में गिरावट देखने को मिली थी. शुल्क लगाए जाने से पहले वाशिंगटन के उत्पादकों ने भारत को 12 करोड़ अमेरिकी डॉलर मूल्य के सेब का निर्यात किया था. इसके बाद यह 10 लाख अमेरिकी डॉलर पर पहुंच गया. इसका वाशिंगटन राज्य के सेब उत्पादकों पर व्यापक वित्तीय प्रभाव पड़ा था. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिका की ऐतिहासिक यात्रा के दौरान शुल्क हटाए जाने के बाद इस फसल सीजन में कारोबार सामान्य हुआ.
अब तक कुल बिक्री करीब 1.95 करोड़ अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान
वाशिंगटन राज्य सेब आयोग के अनुसार, वाशिंगटन के उत्पादकों ने इस सीजन में करीब 1,190,000 40 पौंड सेब की पेटियां भारत भेजी हैं. अब तक वाशिंगटन से भारत में सेब की कुल बिक्री करीब 1.95 करोड़ अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान है, जबकि उत्पादकों ने शिपिंग सीजन केवल आधा ही पूरा किया है. 2022-23 सीजन में कुल 73,000 40 पाउंड बक्से भेजे गए और बिक्री 13 लाख अमेरिकी डॉलर रही थी.