कुछ प्रमुख कृषि उत्पादों के निर्यात पर रोक लगाए जाने के बावजूद चालू वित्त वर्ष में भारत का कृषि निर्यात पिछले साल के स्तर 53 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह संभावना जताई है. पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में देश का कृषि उत्पादों का निर्यात 53 अरब डॉलर रहा था. वाणिज्य मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव राजेश अग्रवाल ने कहा कि कुछ जिंसों के निर्यात पर पाबंदियां लगाए जाने से 4.5 से पांच अरब डॉलर का असर पड़ सकता है. इसके बावजूद हम उम्मीद करते हैं कि हम पिछले स्तर तक पहुंच जाएंगे.
सरकार ने पिछले कुछ महीनों में घरेलू उपलब्धता बढ़ाने के लिए गेहूं और गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात पर रोक लगाई है. इसके अलावा चीनी निर्यात पर भी कुछ बंदिशें लगाई गई हैं. उन्होंने कहा कि सरकार केले जैसे नए उत्पादों और मोटे अनाज से बने मूल्यवर्द्धित उत्पादों को नए वैश्विक गंतव्यों तक पहुंचाने के लिए निर्यात प्रोत्साहन दे रही है.
अग्रवाल ने कहा कि अगले तीन साल में हम केला निर्यात एक अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद कर रहे हैं. चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से नवंबर के दौरान फलों एवं सब्जियों, दालों, मांस, डेयरी एवं पॉल्ट्री उत्पादों के निर्यात की वृद्धि दर अच्छी रही है. हालांकि, चावल निर्यात 7.65 प्रतिशत घटकर 6.5 अरब डॉलर पर आ गया.