चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-नवंबर की अवधि के दौरान कृषि उत्पादों के निर्यात में करीब 10 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है. एपीडा के मुताबिक बासमती चावल को छोड़कर अन्य अनाज के निर्यात में गिरावट की वजह से कुल कृषि निर्यात में कमी दर्ज की गई है. एपीडा के ताजा आंकड़ों के मुताबिक पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में चालू वित्त वर्ष के शुरुआती 8 महीने की अवधि के दौरान कृषि निर्यात 9.73 फीसद की गिरावट के साथ 15.729 अरब डॉलर का दर्ज किया गया है. वित्त वर्ष 2022-23 में इस दौरान 17.425 अरब डॉलर का कृषि निर्यात हुआ था.
बासमती चावल का निर्यात बढ़ा
सऊदी अरब और इराक जैसे खरीदारों की ओर से ज्यादा मांग की वजह से बासमती चावल का निर्यात इस अवधि में 17.58 फीसद की वृद्धि के साथ 3.7 अरब डॉलर दर्ज किया गया था, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 2.87 अरब डॉलर का था. मात्रा के लिहाज से बासमती चावल का निर्यात पिछले साल की समान अवधि के 27.32 लाख टन की तुलना में 9.6 फीसद बढ़कर 29.94 लाख टन से ज्यादा रहा था.
गैर बासमती चावल का निर्यात घटा
हालांकि वित्तवर्ष 2023-24 के पहले 8 महीने यानि अप्रैल से नवंबर 2023 के दौरान देश से गैर बासमती चावल के निर्यात में करीब 39 लाख टन की कमी देखने को मिली है. इस अवधि में गैर बासमती चावल का निर्यात करीब 34 फीसद घटकर 76.92 लाख टन दर्ज किया गया है, जबकि वित्त वर्ष 2022-23 में अप्रैल-नवंबर की अवधि में देश से 115.70 लाख टन गैर बासमती चावल का निर्यात हुआ था.
पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 1.50 अरब डॉलर की तुलना में चालू वित्त वर्ष के शुरुआती 8 महीने की अवधि के दौरान गेहूं का निर्यात 98 फीसद कम होकर 29 मिलियन डॉलर दर्ज किया गया है. अन्य अनाजों का निर्यात पिछले साल की समान अवधि के 699 मिलियन डॉलर के मुकाबले 38 फीसद कम होकर 429 मिलियन डॉलर रहा है. हालांकि भैंस के मांस और पोल्ट्री उत्पादों समेत अन्य पशुधन उत्पादों का निर्यात इस अवधि के दौरान 6.31 फीसद बढ़कर 2.88 अरब डॉलर रहा है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 2.70 अरब डॉलर का था.