1 मई से हो रहे हैं पैसों से जुड़े ये 5 बड़े बदलाव, जेब पर होगा सीधा असर

Rules Changing From 1 May 2024: पहली मई से कई ऐसे बदलाव होने जा रहे हैं जिनका सीधा असर आपकी पॉकेट पर होने वाला है.

1 मई से हो रहे हैं पैसों से जुड़े ये 5 बड़े बदलाव, जेब पर होगा सीधा असर

Rules Changing From 1 May 2024: भारत में चुनावी हलचल के बीच 2024 के कैलेंडर में एक और महीना बदलने वाला है. साल के पांचवें महीने यानि मई की शुरुआत होने जा रही है. हर महीने की तरह मई की पहली तारीख से कई बड़े बदलाव होने जा रहे हैं. ये बदलाव सीधे आम आदमी की जेब पर असर डालेंगे. खास बात यह है कि इस महीने बैंकों से जुड़े कई बदलाव होने जा रहे हैं. कुछ बैंक मिनिमम बैलेंस से जुड़े नियमों में बदलाव कर रहे हैं. तो कुछ बैंकों ने क्रेडिट कार्ड के नियमों में बदलाव किया है. इसके अलावा एलपीजी सिलेंडर की कीमतों जैसे कुछ बदलाव हैं जो कैलेंडर पर हर बार महीना बदलने पर लागू हो जाते हैं. आइए, आपको बताते हैं एक मई से होने जा रहे बदलावों के बारे में जिससे कि आप इस महीने की शुरुआत से पहले ही पूरी तैयारी कर लें.

1 मई से बैंकों के नियमों में होने वाले बदलाव

सबसे पहले बैंकों से जुड़े बदलावों पर नजर डाल लेते हैं. इसमें पहला है यस बैंक (Yes Bank) जिसने सेविंग्स अकाउंट्स के अलग-अलग वैरिएंट्स के मिनिमम एवरेज बैलेंस (MAB) में बदलाव किया गया है. अकाउंट प्रो मैक्स में मिनिमम एवरेज बैलेंस 50 हजार रुपये होगा. वहीं मैक्सिमम चार्ज के लिए 1000 रुपये की सीमा तय की गई है. सेविंग अकाउंट प्रो प्लस, Yes एसेंस SA, Yes रेस्पेक्ट SA में अब मिनिमम बैलेंस 25 हजार रुपये होगा. इस अकाउंट के लिए चार्जेज की अधिकतम सीमा 750 रुपये तय कर दी गई है. इसी के साथ सेविंग अकाउंट प्रो में अब मिनिमम बैलेंस 10 हजार रुपये रखना होगा. चार्जेज के लिए मैक्सिमम सीमा 750 रुपये तय की गई है. यस बैंक के ये बदलाव 1 मई से लागू हेा जाएंगे.

अब बात कर लेते हैं निजी क्षेत्र के दिग्गज बैंक आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) की. आईसीआईसीआई बैंक ने भी अपने सेविंग खाते से जुड़े सर्विस चार्ज के नियम बदल दिए हैं. अब डेबिट कार्ड के लिए शहरी क्षेत्र में ग्राहकों को 200 रुपये की और ग्रामीण क्षेत्र में 99 रुपये की सालाना फीस देनी होगी. इसी के साथ अब बैंक के 25 पन्नों के चेक बुक के लिए आपको किसी तरह का शुल्क नहीं देना होगा. लेकिन यदि आप इसके बाद चेक बुक की डिमांड करते हैं तो प्रति पेज 4 रुपये का शुल्क देना पड़ेगा. अब आईएमपीएस के ट्रांजैक्शन अमाउंट पर फीस 2.50 रुपये से लेकर 15 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन के बीच तय कर दिया गया है.

1 मई से एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) के नियम भी बदल रहे हैं. एचडीएफसी बैंक ने सीनियर सिटीजन के लिए एक स्पेशल एफडी स्कीम शुरू की है जिसमें शामिल होने की डेडलाइन 10 मई तक है. इस स्कीम में सीनियर सिटीजन के लिए 0.75% अतिरिक्त ब्याज दर उपलब्ध है. जिससे वे 5 से 10 साल की एफडी स्कीम पर 7.75% ब्याज दर का लाभ उठा सकते हैं. इस स्कीम के अंतर्गत, सीनियर सिटीजन 5 करोड़ रुपये तक जमा कर सकते हैं.

1 मई से बदल जाएंगे क्रेडिट कार्ड से जुड़े ये नियम

अब बात करते हैं क्रेडिट कार्ड से जुड़े नियमों की. आईडीएफसी फर्स्ट बैंक (IDFC First Bank) ने अपने सुपर-प्रीमियम आईडीएफसी फर्स्ट प्राइवेट क्रेडिट कार्ड को छोड़कर सभी क्रेडिट कार्ड्स में बदलाव का एलान किया है. बैंक के ये सभी बदलाव अगले महीने यानि 1 मई 2024 से लागू होंगे. इन बदलावों के तहत बैंक ऑनलाइन खर्च के लिए रिवॉर्ड पॉइंट कम करेगा. एयरपोर्ट लाउंज एक्सेस के लिए ज्यादा खर्च-आधारित लिमिट लागू करेगा और यूटिलिटी और किराया भुगतान के लिए शर्तों को अपडेट करेगा. नए बदलावों के तहत, एक स्टेटमेंट साइकिल में 20,000 रुपए तक के ऑनलाइन खर्च के लिए. रिवॉर्ड पॉइंट को तीन गुना यानि 3X कर दिया जाएगा. मौजूदा समय में रिवॉर्ड पॉइंट 6 गुना मिलते थे. इसके अलावा 20000 रुपए से ऊपर के बिल पर 1% फीस और GST लगेगा. यानि पेमेंट पर आपको एक्स्ट्रा चार्ज भी देना पड़ेगा. एयरपोर्ट लाउंज एक्सेस के संबंध में आईडीएफसी फर्स्ट सेलेक्ट क्रेडिट कार्ड पर मुफ्त घरेलू एयरपोर्ट लाउंज विजिट की संख्या प्रत्येक तिमाही में 4 से घटाकर 2 कर दी जाएगी. जबकि फर्स्ट वेल्थ क्रेडिट कार्ड पर यूजर्स अब घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों एयरपोर्ट्स के लाउंज का प्रति तिमाही 2 बार इस्तेमाल कर सकेंगे. पहले यूजर्स 4 बार लाउंज एक्सेस कर सकते थे. यानि सुविधाओं में 50 फीसदी की कटौती कर दी गई है. बैंक किराये के लेनदेन के लिए फीस 249 रुपए प्रति लेनदेन या 1% सरचार्ज प्लस 18% जीएसटी, इनमें से जो भी ज्यादा हो उसका भुगतान करना होगा.

एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बदलाव

इसके अलावा रेगुलर बदलाव की बात करें तो देश में हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी सिलेंडर की कीमतों (LPG Cylinder Price) में बदलाव होता है. ऑयल मार्केटिंग कंपनियां रसोई गैस के सिलेंडर की कीमत तय करती हैं. कंपनियां 14 किलो वाले घरेलू और 19 किलो वाले कमर्शियल सिलेंडर के दाम तय करती हैं. इसी के साथ ही सीएनजी और पीएनजी की कीमतें भी तय होती हैं. हालांकि, चुनावों के बीच बदलाव की संभावना कम है लेकिन जिस तरह इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड की कीमतों में बदलाव हो रहा है ऐसे में मई की पहली तारीख को गैस की कीमतों में बदलाव हो सकता है.

Published - April 29, 2024, 04:13 IST