इस साल फूड डिलीवरी दिग्गज कंपनी जोमैटो के लैंडमार्क इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) के पीछे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले गौरव गुप्ता ने मंगलवार को कंपनी से इस्तीफा दे दिया. वे जोमैटो के को-फाउंडर हैं. ज़ोमैटो में अपनी टीम के सदस्यों और सहयोगियों को संबोधित करते हुए, गुप्ता ने एक ईमेल में लिखा मैं और अधिक की इच्छा नहीं कर सकता था. उन्होंने सभी अनुभवों के लिए कंपनी के सभी लोगों का आभार जताया.
गौरव गुप्ता ने 2015 में जोमैटो के साथ अपनी नई शुरुआत की थी और 2018 में उन्हें प्रमोट कर कंपनी का चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर बनाया गया था. इसके बाद 2019 में उन्हें कंपनी का सह-संस्थापक बनाया गया. आईपीओ के लिए निवेशकों और मीडिया से बातचीत के लिए वह कंपनी का चेहरा थे. जोमैटो द्वारा सोमवार को ग्रॉसरी डिलीवरी और न्यूट्रास्यूटिकल बिजनेस बंद करने की घोषणा के एक दिन बाद गुप्ता के कंपनी छोड़ने की खबर सामने आई है.
इस मामले से जुड़े सूत्र के मुताबिक जोमैटो के संस्थापक दीपेंदर गोयल और गौरव गुप्ता के बीच पिछले कुछ समय से अनबन चल रही थी और यह इस्तीफा उसी का परिणाम है. गुप्ता ने ग्रॉसरी, न्यूट्रास्यूटिकल सहित कई नए बिजनेस शुरू किए थे, जो संघर्ष कर रहे थे या बंद हो गए थे. इसके अलावा गुप्ता के नेतृत्व में विदेशों में किया गया विस्तार पर कुछ अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहा था.
गुप्ता ने एक आंतरिक मेल में कहा है कि वह जोमैटो में 6 साल तक रहने के बाद अब एक नए अध्याय की शुरुआत कर रहे हैं. ग्रॉसरी डिलीवरी सर्विस को बंद करने के बाद जोमैटो ने न्यूट्रास्यूटिकल बिजनेस को भी बंद करने की योजना बनाई है. जोमैटो ने पिछले साल हेल्थ एंड फिटनेस प्रोडक्ट्स लॉन्च के साथ न्यूट्रास्यूटिकल बिजनेस में प्रवेश किया था.
जून में आया आईपीओ
जोमैटो ने करीब दो महीने पहले अपनी मेगा इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) को लॉन्च किया. मगर कंपनी को 30 जून, 2021 को समाप्त तिमाही के दौरान 356 करोड़ रु का शुद्ध घाटा हुआ. इस तिमाही के दौरान कंपनी की कुल आय 916 करोड़ रुपये रही. इनकम में भारी उछाल देखी गयी क्योंकि कोविड-19 महामारी के दौरान डिलीवरी की संख्या में वृद्धि हुई थी.
पर्सनल फाइनेंस पर ताजा अपडेट के लिए Money9 App डाउनलोड करें।