भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने शनिवार को एक आदेश में कहा कि आठ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day) पर केन्द्र द्वारा संरक्षित स्मारकों में विदेशी और भारतीय सभी महिला आगंतुकों को निशुल्क प्रवेश दिया जाएगा.
एएसआई के तहत केन्द्र द्वारा संरक्षित 3,691 स्मारक आते हैं.
आदेश में कहा गया है, ”एएसआई के महानिदेशक ने निर्देश दिया है कि आठ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day) के मौके पर केन्द्र द्वारा संरक्षित किसी भी स्मारक में महिला आगंतुकों से कोई प्रवेश शुल्क नहीं वसूला जाएगा.” पिछले साल संस्कृति मंत्रालय ने महिलाओं को नि: शुल्क प्रवेश देने की सुविधा शुरू की थी, जिसे इस साल भी बढ़ाया गया है.
महिला दिवस का महत्व
हर साल 8 मार्च को दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day) मनाया जाता है. इसे सबसे इसे पहली बार अमेरिका के न्यूयार्क शहर में 28 फरवरी, 1909 को मनाया गया था. इसका आयोजन अमेरिका के सोशलिस्ट पार्टी ने किया था. राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक विकास में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए ये दिन मनाया जाता है. इसके अलावा लोगों को लैंगिक समानता और महिलाओं के अधिकारों को लेकर जागरुक भी किया जाता है.
वहीं, रूस में 1917 में महिलाओं ने हक और सम्मान के लिए हड़ताल आयोजित की थी. इसके बाद से दुनियाभर में महिला दिवस (International Women’s Day) मनाया जाने लगा. इसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं के सम्मान और अधिकार के प्रति लोगों को जागरूक करना है.
इस बार की थीम है खास
विश्व महिला दिवस 2021 (International Women’s Day) में कोरोना वायरस को देखते हुए इसका थीम बनाया गया है. पूरे विश्व में जहां एक तरफ महामारी ने सब कुछ बिगाड़ कर रख दिया. ऐसे में महिला दिवस के मौके पर महिला सशक्तिकरण और उज्जवल भविष्य को मुख्य लक्ष्य रखा गया है. इसी को देखते हुए इस बार की थीम डिजाइन की गई है.