विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख टेड्रोस अधनोम ग्रेबेसियस ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में दुनिया को वैक्सीन भेजने के भारत के फैसले का स्वागत किया है. इसके लिए ग्रेबेसियस ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया का आभार व्यक्त किया. WHO प्रमुख ने बुधवार को ट्वीट करके कहा कि अक्टूबर में भारत कोरोना रोधी वैक्सीन को-वैक्सीन दुनिया को भेजेगा. यह स्वागत योग्य कदम है. उन्होंने कहा कि इस महत्वपूर्ण कदम से साल के अंत तक सभी देशों में 40 प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य तक पहुंचने में मदद मिलेगी.
उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने वैक्सीन मैत्री कार्यक्रम फिर से शुरू करने की घोषणा की थी.
इसके तहत अक्टूबर-दिसंबर में अतिरिक्त टीकों का निर्यात होगा, देश की जरूरतों को पूरा करने के बाद कोवैक्सीन को दुनिया में भेजा जाएगा.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सोमवार 20 सितंबर को आयोजित प्रेसवार्ता में कहा था कि देश के नागरिकों का टीकाकरण शीर्ष प्राथमिकता में है.
‘वैक्सीन मैत्री’ के विषय पर उन्होंने कहा कि अक्टूबर-दिसंबर में अतिरिक्त टीकों का निर्यात होगा, देश की जरूरतों को पूरा करने के बाद ‘कोवैक्स’ पहल में योगदान दिया जाएगा.
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा था कि सितंबर 2021 में केंद्र सरकार को भारतीय कंपनियों की तरफ से बनाए गए 26 करोड़ से अधिक वैक्सीन डोज मिले.
अक्टूबर 2021 में हमें 30 करोड़ से अधिक डोज मिलने की संभावना है, उसके बाद वैक्सीन का प्रोडक्शन और भी बढ़ेगा. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि देश में कोविड-19 टीके की अब तक 81 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है, बीते 11 दिनों 10 करोड़ से अधिक नागरिकों को टीका लगाया गया.
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि चौथे क्वार्टर में हम वैक्सीन मैत्री कार्यक्रम को भी आगे बढ़ाएंगे. चौथे क्वार्टर में हम वैक्सीन मैत्री के तहत दुनिया की भी मदद करेंगे.
बीते चार दिनों में हमने हर दिन एक करोड़ से अधिक वैक्सीन डोज दीं हैं. आज भी टीकाकरण की संख्या एक करोड़ को पार करने की उम्मीद है, ऐसे में माना जा रहा है कि जल्द ही हम देश के सभी नागरिकों को टीका लगा देंगे.
इससे पूर्व स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को कोविड-19 टीके की अब तक 79.58 करोड़ से अधिक खुराकें मुहैया कराई गई हैं.
इसके अलावा 15 करोड़ से अधिक खुराकों के आपूर्ति की प्रक्रिया भी जारी है. राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के पास इस्तेमाल के लिए टीके की 5.43 करोड़ खुराकें बची हुई हैं.
राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को टीकों की उपलब्धता बढ़ाकर टीकाकरण अभियान को तेज किया गया है, ताकि उनके द्वारा बेहतर योजना बनाई जा सके और टीका आपूर्ति श्रृंखला को सुव्यवस्थित किया जा सके.
जानकारी के लिए बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा चलाये जा रहे राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को कोविड-19 रोधी टीके निशुल्क उपलब्ध कराये जा रहें है.
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