अजय सैनी वेब और ऐप डेवलपमेंट का अपना काम करते हैं. भले ही कमाई नौकरी वाले दोस्तों जितनी कर लेते हैं लेकिन मन में एक टीस है कि उनकी तरह प्रॉविडंट फंड यानी पीएफ जैसा कोई निवेश नहीं है…लेकिन अजय के पास विकल्प है. उनके जैसे स्वरोजगारों के लिए पब्लिक प्रॉविडेंट फंड यानी PPF उसी तरह काम करता है जैसे नौकरी वालों के लिए ईपीएफ. बस फर्क ये है कि ईपीएफ सैलरी से हर महीने पैसे जमा हो जाते हैं. PPF में यह काम खुद करना होता है. PPF 15 साल की योजना है. इसमें सरकार नियमित ब्याज देती है. कोई भी व्यक्ति बैंक या पोस्ट ऑफिस में PPF खाता खुलवा सकता है. PPF में निवेश पर मिलने वाली टैक्स छूट इस योजना को खास बनाती है. PPF से कैसे बचता है टैक्स? टैक्स के मोर्चे पर पीपीएफ एक उपयोगी योजना है. यह निवेश EEE श्रेणी में आता है. यानी यह तीन स्तर पर टैक्स फ्री है. जो पैसा आप निवेश करते हैं उस पर आपको इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपए तक की कर कटौती का लाभ मिलता है. मैच्योरिटी के समय पूरी रकम टैक्स फ्री होती है. अगर आप अपना काम करते हैं और टैक्स की पुरानी रिजीम चुनते हैं तो 80C की छूट और टैक्स फ्री मैच्योरिटी पाने के लिए यह अच्छा विकल्प है. कितना पैसा जमा कर सकते हैं? इस योजना में एक वित्त वर्ष में न्यूनतम 500 और अधिकतम 1.5 लाख रुपए जमा कर सकते हैं. खुद के अलावा पत्नी या नाबालिग बच्चे के लिए PPF खाता खोल सकते हैं. हर अकाउंट में साल में 1.5 लाख रुपए जमा कर सकते हैं लेकिन टैक्स की छूट केवल 1.5 लाख रुपए पर ही मिलेगी. PPF पर ब्याज सरकार PPF पर ब्याज की गणना तिमाही आधार करती है. अप्रैल 2020 से इस निवेश पर ब्याज दर 7.10 फीसद पर स्थिर है. PPF का ब्याज कंपाउंड होकर मिलता है. अकाउंट का ओपनिंग बैलेंस 10,000 रुपए है, इस पर 7.1 फीसद की दर से 710 रुपए का ब्याज मिलेगा. इस तरह यह 10,710 रुपए हो जाएगा. अगली बार ब्याज इस बढ़ी हुई राशि पर मिलेगा. आप जैसे-जैसे निवेश बढ़ाएंगे ब्याज बढ़ता जाएगा. वित्त वर्ष के अंत में यह आपके खाते में जमा हो जाएगा. छोटी बचत से बड़ी रकम? अजय अगर 15 साल तक सालाना एक लाख रुपए PPF में जमा करते रहें तो 15 साल में 15 लाख रुपए का निवेश होगा. इस पर मौजूदा 7.1 फीसद की दर से ब्याज की गणना करें तो अजय को 12,12,139 रुपए का ब्याज मिलेगा. इस तरह उन्हें मैच्योरिटी के समय 27,12,139 रुपए मिलेंगे. यह पूरी रकम टैक्स फ्री होगी. किसके लिए उपयोगी? PPF 15 साल की लंबी अवधि की योजना है. हालांकि आपात स्थिति में इसमें आंशिक निकासी की जा सकती है. फाइनेंशियल एक्सपर्ट इसे सुरक्षित निवेश तो मानते हैं लेकिन बढ़ती महंगाई के सामने इस पर मिलने वाले ब्याज से ज्यादा संतुष्ट नहीं रहते. क्योंकि इसकी ब्याज दरों में गिरावट का डर बना रहता है. अगर आप ज्यादा जोखिम लेने की स्थिति में नहीं हैं तो PPF जैसा निवेश सही है. पीपीएफ में 15 साल का लॉक इन यह सुनिश्चित करता है कि लोग इस निवेश का छोटी-मोटी जरूरत के लिए इस्तेमाल न करें. मनी9 की सलाह PPF रिटायरमेंट फंड जमा करने का अच्छा विकल्प है. इसमें बैंक एफडी की तुलना में बेहतर ब्याज मिलता है. आप रिटयरमेंट के लिए बचत करते हैं आपके निवेश पर बिना किसी जोखिम के आकर्षक रिटर्न मिलता है. अपने पोर्टफोलियो में हर तरह का निवेश होना चाहिए. अगर आपके पोर्टफोलियो में लांग टर्म निवेश का एसेट नहीं है तो PPF को शामिल करें.
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