सोशल मीडिया पर एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें दावा किया जा रहा है कि WHO की ओर से कोरोना फंड के रूप में लोगों को रुपये दिए जाएंगे. अगर आपने भी ये मैसेज देखा है तो सावधान हो जाएं नहीं तो किसी समस्या में फंस सकते हैं.
हाल ही में वैक्सीन रजिस्ट्रेशन के नाम पर कई फ्रॉड होने के मामले सामने आए हैं. अब वैक्सीन फंड को लेकर एक और भ्रामक जानकारी सोशल मीडिया और वॉट्सऐप पर शेयर की जा रही है.
वॉट्सऐप पर डब्ल्यूएचओ (WHO) की ओर से कोरोना फंड के रुप में लोगों को पैसे देने की बात कही जा रही है. इस जानकारी को वॉट्सऐप पर शेयर किया जा रहा है, जिसकी पीआईबी फैक्ट चेक की टीम ने पड़ताल भी की है.
दरअसल, इंटरनेट पर जानकारी शेयर की जा रही है जिसमें कहा जा रहा है कि 10 हजार लोगों को डब्ल्यूएचओ की ओर से कोविड-19 रिलिफ प्लान के जरिए 10 हजार लोगों को कैश अवॉर्ड दिया जाएगा.
वहीं मैसेज में ये भी कहा जा रहा है कि आपको 50 हजार से 1 लाख रुपये के कोरोना वायरस वैक्सीन फंड में से अवॉर्ड दिया जाएगा. इसके अलावा इस मैसेज में एक लिंक भी दिया गया है, जिस पर क्लिक करना है. हालांकि, ऐसे ही किसी भी लिंक करना आपके लिए गलत हो सकता है.
इंटरनेट पर शेयर हो रही जानकारी को लेकर पीआईबी (PIB) फैक्ट चेक की टीम ने पड़ताल की और इस पड़ताल में ये जानकारी गलत और भ्रामक पाई गई.
इसलिए अगर आपके पास भी ऐसा कोई मैसेज आता है तो आपको ध्यान रखने की आवश्यकता है ताकि आपके साथ कुछ गलत ना हो सके. पीआईबी फैक्ट चेक के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर किए गए एक ट्वीट में इसके बारे में बताया गया है.
ट्वीट में लिखा है, ‘वॉट्सऐप मैसेज में क्लेम किया जा रहा है कि 10 हजार लोगों को कोविड रिलिफ प्लान के अंडर डब्ल्यूएचओ की ओर से कैश अवॉर्ड दिया जाएगा. पीआईबी फैक्ट चेक के अनुसार यह मैसेज फेक है और यह व्यक्तिगत जानकारी हासिल करने की कोशिश है.’
इस तरह के और भी मैसेज में साइबर क्रिमिनल एक्सपर्ट लोगों को एक लिंक भी भेजते हैं. ऐसे लिंक पर क्लिक करते ही या तो उनके पास आपकी जानकारी चली जाती है और कई बार बैंक से पैसे कटने का भी खतरा रहता है.
ऐसे में अगर आपके पास कोई भी मैसेज आता है और उसमें लिंक होता है तो आपसे निवेदन है कि आप उस पर क्लिक ना करें. हर वेबसाइट के लिंक पर क्लिक करना आपके लिए मुश्किल भरा हो सकता है.
It’s being claimed in a #WhatsApp message that 10,000 people will receive a cash award from @WHO under #COVID19 relief plan#PIBFactCheck: This message is #FAKE. It is a malicious attempt to get personal information.
▶️Stay vigilant ▶️Avoid clicking on unknown & unverified URLs pic.twitter.com/K88lExxMkP
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) May 20, 2021
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