विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप (TAG) ने कोवैक्सीन को इमर्जेंसी यूज लिस्टिंग (EUL) का स्टेटस दिए जाने का सुझाव दिया है. कोवैक्सीन को भारत बायोटेक ने तैयार किया है.
WHO कोवैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल के आंकड़ों का परीक्षण कर रहा है. TAG ने आखिरी चरण के ‘रिस्क-बेनेफिट एसेसमेंट’ के लिए 26 अक्टूबर को भारत बायोटेक से अतिरिक्त स्पष्टता की मांग की थी.
TAG-EUL एक स्वतंत्र एडवाइजरी ग्रुप है, जो WHO को सुझाव देता है कि किसी कोविड-19 वैक्सीन को EUL प्रोसीजर के तहत शामिल किया जाना चाहिए या नहीं.
कोवैक्सीन कोरोना महामारी के खिलाफ 77.8 प्रतिशत असरदार साबित हुई है. वायरस के नए रूप डेल्टा के खिलाफ यह 65.2 फीसदी इफेक्टिव है.
भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की कोविशील्ड का भारत में कोरोना के खिलाफ जंग में तेजी से इस्तेमाल हो रहा है.