Vaccine: भारत को अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना की सिंगल शॉट यानी एक खुराक वाली कोविड वैक्सीन (Vaccine) के लिए 2022 तक इंतज़ार करना पड़ेगा.मॉडर्ना ने कहा है कि वह भारत को वर्ष 2022 तक ही अपनी कोविडरोधी वैक्सीन उपलब्ध करा सकेगी. कंपनी के मुताबिक फिलहाल उसके पास अमेरिका की घरेलू जरूरतों को पूरा करने भर का ही स्टॉक है. कंपनी की सारी वैक्सीन की बुकिंग 2021 तक के लिए हो चुकी है. लिहाज़ा 2022 में ही भारत को मॉडर्ना वैक्सीन की आपूर्ति की जा सकेगी. हालांकि मॉडर्ना ने यह भी कहा है कि वैक्सीन का उत्पादन बढ़ाने के लिए वह भारत की दवा निर्माता कंपनी सिप्ला और अन्य कंपनियों से भी बात कर रही है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मॉडर्ना ने भारतीय प्राधिकरणों को सूचित किया कि उसके पास 2021 में अमेरिका से बाहर के लिए वैक्सीन का स्टॉक नहीं है.
इसके अलावा अमेरिकी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन द्वारा भी निकट भविष्य में अपनी वैक्सीन दूसरे देशों को भेज पाने की संभावनाएं भी बहुत सीमित हैं.
मॉडर्ना ने जहां फिलहाल वैक्सीन की आपूर्ति में असमर्थता जताई है, वहीं अमेरिका की ही फार्मा कंपनी फाइजर ने कहा है कि 2021 में भारत को पांच करोड़ टीके उपलब्ध कराने को तैयार है. हालांकि इसके लिए उसने केंद्र सरकार से कुछ नियामकीय शर्तों में छूट भी मांगी है.
सरकार ने विदेशी दवा कंपनियों से कोविड -19 टीकों की खरीद से संबंधित मुद्दों को हल करने के लिए नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल की अध्यक्षता में वरिष्ठ अधिकारियों की पांच सदस्यीय टीम बनाई है.
इसमें विदेश मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के अलावा कानूनी मामलों के विशेषज्ञ भी शामिल है. यह टीम देश में वैक्सीनेशन की रफ्तार को बढ़ाने के लिए विदेश से कोविड वैक्सीन प्राप्त करने की संभावनाओं पर कार्य कर रही है.
देश में फिलहाल कोविड के तीन टीके कोवैक्सीन, कोविशील्ड और स्पुतनिक उपलब्ध हैं. अब तक करीब 88 लाख लोगों को कोविड क्सीन की दोनों डोज मिल चुकी हैं, जबकि एक डोज लेने वालों की संख्या 24.25 करोड़ है.
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