एडटेक कंपनी Byju’s के मुश्किलों का दौर खत्म नहीं हो रहा है. रिस्ट्रक्चरिंग की प्रक्रिया से गुजर रही बायजूस के तीन वरिष्ठ अधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया है. Byju’s की चीफ बिजनेस ऑफिसर प्रत्यूषा अग्रवाल समेत 3 अधिकारियों ने कंपनी को अलविदा कह दिया है. इन अधिकारियों ने ऐसे समय पर इस्तीफा दिया है जब देश की सबसे मूल्यवान कंपनी चौतरफा मार झेल रही है.
प्रत्यूषा अग्रवाल के अलावा बायजूस के क्लास 4-10 सेगमेंट के बिजनेस हेड मुकुट दीपक और बायजूस ट्यूशन सेंटर्स बिजनेस के हेड हिमांशु बजाज ने भी इस्तीफा दे दिया है. कंपनी इस समय उधारकर्ताओं के साथ कानूनी लड़ाई, नई पूंजी जुटाने में चुनौतियों और निवेशकों द्वारा इसके मूल्यांकन में गिरावट जैसी बड़ी चुनौतियों का सामना कर रही है. इससे पहले भी कंपनी के कई बड़े अधिकारी अपना इस्तीफा दे चुके हैं. हालांकि कंपनी का कहना है कि वो अपने वर्टिकल्स की रिस्ट्रक्चरिंग कर रही है.
कंपनी ने बताया कारण
बायजूस के एक प्रवक्ता का कहना है कि कंपनी अपने मुनाफे और सस्टेबेनल ग्रोथ पर फोकस कर रही है, इसलिए हम बिजनेस और वर्टिकल्स की रिस्ट्रक्चरिंग कर रहे हैं. कंपनी का कहना है कि उसने इसमें चार वर्टिकल्स को दो मुख्य वर्टिकल्स- K-10 और एग्जाम प्रेप में कंसोलिडेट कर दिया है. कंपनी के प्रवक्ता ने इन तीनों के इस्तीफे की पुष्टि करते हुए कहा कि दो कंसोलिडेटिड वर्टिकल्स की कमान रमेश कारा और जितेश शाह को सौंपी गई है. रमेश K-10 वर्टिकल देखेंगे जबकि जितेश शाह, एग्जाम प्रेप बिजनेस को लीड करेंगे.
कंपनी के सामने बड़ी चुनौतियां
बायजूस की ऑर्गेनाइजेशनल रिस्ट्रक्चरिंग और उसकी वजह से इस्तीफे ऐसे समय में हुए हैं, जब इस स्टार्टअप पर, वित्तीय नतीजों में देरी और बोर्ड सदस्यों के इस्तीफों के वजह से दुनिया भर के निवेशकों की नजरें हैं. इस बीच कई अहम निवेशकों ने वैल्यूएशन में कटौती भी की है.
कंपनी को हो रहा घाटा
गौरतलब है कि कंपनी ने पिछले एक साल के दौरान कम से कम 3,600 कर्मचारियों की छंटनी की है. कोरोना की वजह से ऑनलाइन एजुकेशन को बढ़ावा मिला था, जिसका कंपनी को भरपूर फायदा मिला. लेकिन जैसे-जैसे ऑफलाइन एजुकेशन वापस पटरी पर लौटा, कंपनी का ग्रोथ कम होता जा रहा है. गौरतलब है कि पिछले साल मार्च में बैजूस ने अर्ली लर्न बिजनेस वर्टिकल संभालने के लिए प्रत्युषा अग्रवाल को मुख्य व्यवसाय अधिकारी नियुक्त किया था.