मनी मैटर्स में हम आपको पूरे हफ्ते की पर्सनल फाइनेंस से जुड़ी खबरें बताते हैं. ये ऐसी खबरें होती हैं जिनका आपके बटुए से सीधा नाता होता है. यहां हम आपको ऐसी ही हफ्तेभर की पर्सनल फाइनेंस से जुड़ी खबरें बताने जा रहे हैं.
1. TDS से जुड़े नियम 1 जुलाई से बदल जाएंगे
फाइनेंस एक्ट 2021 के लागू होने के बाद TDS में कई अहम बदलाव हुए हैं. इन बदलावों को 1 जुलाई से लागू होना है. नए TDS नियमों से टैक्स नियमों का ज्यादा बेहतर पालन मुमकिन होगा.
2. वरिष्ठ नागरिकों के FD रेट्स
रिटायरमेंट के बाद की आरामदायक जिंदगी के लिए ऐसे साधनों में निवेश करना अहम है जिनमें ज्यादा रिटर्न और न के बराबर जोखिम होता है. सीनियर सिटीजंस के लिए इसी तरह के बढ़िया ऑप्शंस में Fixed Deposit आते हैं. वरिष्ठ नागरिकों को अपने घरेलू खर्चों के लिए एक रेगुलर खर्च की जरूरत होती है. Fixed income इंस्ट्रूमेंट्स ऐसे नागरिकों में खासे लोकप्रिय हैं.
3. जल्द रिटायर होने की सोच रहे हैं, यूं बढ़ाएं अपनी सेविंग्स
अगर आप जल्द रिटायर होने की सोच रहे हैं तो इस बात के पूरे आसार हैं कि एक निवेशक के तौर पर आपने अपने निवेश के मकसद तय कर लिए होंगे. आपको अपने लिए एक इमर्जेंसी फंड को तैयार रखना चाहिए साथ ही लाइफ और मेडिकल इंश्योरेंस जैसे कवर भी पहले ही ले लेने चाहिए.
4. बीमा कंपनियां नहीं दे रहीं ग्रुप कोविड कवर
ऊंचे क्लेम रेशियो के चलते बीमा कंपनियां अब ग्रुप कोविड कवर देने से बच रही हैं. कई कंपनियां और स्टार्टअप्स अपने एंप्लॉयीज को कोविड-19 से बचाना चाहते हैं तो बीमा कंपनियों ने या तो प्रीमियम की दरों को बेहद ऊंचा कर दिया है, या फिर उन्होंने कवर देना ही बंद कर दिया है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोविड की वजह से हो रहे हॉस्पिटलाइजेशन ने क्लेम रेशियो बढ़ा दिया है और कंपनियों को ये रास्ता अपनाना पड़ रहा है.
5. सेक्टोरल फंड में पैसा लगाना सही है?
कई वर्षों से भारतीय फार्मा सेक्टर रेगुलेटरी मुश्किलों, प्राइसिंग प्रेशर, प्रतिस्पर्धा और R&D के चलते बुरे दौर से गुजर रहा है. हालांकि, भारतीय फार्मा कंपनियां 2009-2015 तक बुर रन देख चुकी हैं, लेकिन इसके बाद 2016-2019 के बीच उन्हें मुश्किलें झेलनी पड़ी हैं. आंकड़े बताते हैं कि सेक्टोरल फार्मा फंड ने 1 साल में 49.61 फीसदी (एब्सॉल्यूट) रिटर्न दिया है. 3 साल में इन्होंने 25.01 फीसदी और 5 साल में र13.89 फीसदी रिटर्न दिया है.
6. टॉप-अप प्लान से बढ़ाएं अपना बीमा कवर
हेल्थकेयर महंगा हो गया है. महामारी के साथ ही हॉस्पिटल में रहना आपकी जेब को खाली कर सकता है. ऐसे में आपके पास अच्छा हॉस्पिटलाइजेशन कवर होना चाहिए. इसमें टॉप-अप आपकी मदद करते हैं.
7. कंपनी FD में मिल रहा ज्यादा ब्याज
Fixed Deposits (FD) सुरक्षित निवेश के साधनों में आते हैं. तयशुदा रिटर्न और सुरक्षित होने की वजह से ये काफी लोकप्रिय हैं. हालांकि, बैंकों में FD की दरें घट रही हैं, लेकिन कुछ कंपनियां अभी भी अच्छा ब्याज ऑफर कर रही हैं. हालांकि, कॉरपोरेट FD बैंकों के मुकाबले जोखिम भरे होते हैं.
8. पैन-आधारः जरूरी है लिंक कराना
सरकार ने पैन-आधार को लिंक कराने की डेडलाइन बढ़ा दी है. पहले ये डेडलाइन 30 जून थी. अगर पैन और आधार को लिंक नहीं कराया जाता तो आपका पैन बंद हो जाएगा. साथ ही आप पर बतौर पेनाल्टी 1,000 रुपये का का जुर्माना भी लगेगा. इसके अलावा, आपको बैंक डिपॉजिट पर मिलने वाले ब्याज पर ज्यादा टैक्स भी देना पड़ेगा.
9. गोल्ड लोनः EMI विकल्प
भारत में पीढ़ियों से सोना निवेश के सबसे बढ़िया साधनों में माना जाता रहा है. फैशन के अलावा, ये मुश्किल वक्त में आपकी वित्तीय मदद भी करता है. महामारी में भी कुछ ऐसा ही हुआ है. गोल्ड लोन लेने वालों की तादाद 2020-21 में 82 फीसदी बढ़ी है. बैंकों का कहना है कि इसमें लगातार इजाफा ही हो रहा है. गोल्ड लोन सिक्योर्ड लोन होता है, ऐसे में इस पर लगने वाला ब्याज कम होता है.
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