दुनियाभर के देशों ने ट्रेन के संचालन को लेकर नियम बना रखे हैं. कई देशों में ट्रेन के एक मिनट भी लेट हो जान पर यात्रियों को टिकट का पैसा रिफंड किया जाता है तो जापान जैसे देश ट्रेन कुछ सेकंड लेट हो जाने पर अधिकारी सार्वजनिक तौर पर माफी मांगते हैं. बीते शनिवार- रविवार को देश की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस (Tejas Express) लगभग ढाई घंटे लेट हुई जिसके कारण IRCTC को 2035 यात्रियों को हर्जाना देना होगा. यह पहली बार है जब रेलवे इतने यात्रियों को हर्जाने के रूप में साढ़े चार लाख रुपये देगा. हालांकि, क्लेम के लिए मैसेज यात्रियों के मोबाइल पर भेज दिया गया है. भारत की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस (Tejas Express) के लेट होने पर यात्रियों को मुआवजा दिया जा रहा है. VIP सुविधाओं से लेस इस ट्रेन का संचालन IRCTC की ओर से किया जा रहा है.
बीते शनिवार को दिल्ली में हुई भारी बारिश के कारण दिल्ली रेलवे स्टेशन पर सिग्नल फेल हो गया था जिसके कारण तेजस एक्सप्रेस (Tejas Express) करीबी ढाई घंटे लेट हो गई. वहीं रविवार को भी लखनऊ-दिल्ली तेजस एक घंटा लेट हो गई थी.
तेजस एक्सप्रेस (Tejas Express) के शुरू होने के साथ ही IRCTC ने इस बात का ऐलान कर दिया था कि वह ट्रेन के लेट होने पर उसमें मौजूद हर यात्री को हर्जाना देगा. ट्रेन के एक घंटा लेट होने पर 100 रुपये और दो घंटे या उससे ज्यादा लेट होने पर 250 रुपये का हर्जाना IRCTC की ओर से दिया जाता है. शनिवार को तेजस के अप-डाउन रूट के 1574 यात्रियों को हर व्यक्ति 250 रुपये के हिसाब से तीन लाख 93 हजार 500 रुपये दिए जाएंगे. वहीं रविवार 561 यात्रियों को ट्रेन के एक घंटे लेट होने पर 100 रुपये के हिसाब से 56100 रुपये का हर्जाना दिया जाएगा .
हर्जाना पाने के लिए सफर करने वाले यात्री IRCTC की वेबसाइट से क्लेम का तरीका जान सकते हैं और वहां क्लेम किया जा सकता है. वहीं IRCTC ने की ओर से सभी यात्रियों के मोबाइल पर एक लिंक भेजा गया है. इस लिंक पर क्लिक करके यात्री क्लेम कर सकते हैं.
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