डेटा और फ्री कॉलिंग के दौर में रिचार्ज की कॉस्ट (Tarrif Plans) भी काफी कम हुई है. छोटे-छोटे रिचार्ज पैक ने मोबाइल चलाना आसान बना दिया है. रिचार्ज खत्म हुआ तो क्या झट से रिचार्ज भी हो जाता है. देश में बड़ी संख्या में प्रीपेड यूजर्स हैं. आप भी हर महीने या तीन महीने में एक बार रिचार्ज जरूर करते होंगे. लेकिन, क्या कभी रिचार्ज करते वक्त सोचा है कि रिचार्ज प्लान (Tarrif Plans) 28, 56, 84 दिनों की वैलिडिटी के साथ ही क्यों आते हैं? 30 दिन का रिचार्ज क्यों नहीं होता. कुछ कंपनियां तो 24 दिन की वैलिडिटी भी ऑफर करती हैं. क्या कभी कंपनी से इसका जवाब मांगा है? नहीं ना.. लेकिन अब इसके खिलाफ नया आदेश जारी हो सकता है.
दरअसल, ट्राई अब इस वैलिडिटी (दिन) को लेकर नया आदेश जारी कर सकता है. कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि यूजर्स की ऐसी समस्याओं पर टेलीकॉम रगुलेटरी अथॉरिटी (TRAI) एक कंसल्टेशन पेपर जारी कर सकता है. लेकिन, इससे पहले ये गणित समझते हैं कि आखिर टेलीकॉम कंपनियों के लिए महीना 28 दिन का ही क्यों होता है.
30 दिन के बजाय 28 दिन का क्यों होता है रिचार्ज पैक? क्योंकि, हर 28 दिन को एक महीना मानने से एक साल 13 महीने का हो जाएगा. टेलीकॉम कंपनी के लिए 28 एक जादुई संख्या है जिसका गणित है. ऐसे समझिए 28×13=364. तीन सौ चौसठ की ये संख्या 365 या 366 के बराबर है मतलब एक साल के बराबर. अगर एक साल में हर महीना 28 दिनों का बना दें तो 13 महीनों का एक साल बन जाएगा. अब आप 13वे महीने का भी रिचार्ज (Tarrif Plans) करेंगे, मतलब एक साल में 13 रिचार्ज.
कैसे समझिए… अगर साल के हर महीने से 28 दिन हटा दें तो कैसे एक महीना टेलीकॉम कंपनियों को फायदा होता है. 1 साल में 7 महीने ऐसे होते हैं, जिनमें 31 दिन आते हैं. इनमें से 28 दिन हर महीने से हटा दें तो 3 दिन प्रति महीने के हिसाब से 7×3=21 दिन हो जाएंगे. अब 4 महीने ऐसे होते हैं, जो 30 दिन के हैं इनमें से भी 28 दिन हटा दें तो 2 दिन महीने की दर से 2×4=8. पहले बचे 21+ 8= 29 दिन हो गए. यह लगभग एक महीने के बराबर ही है. अब अगर फरवरी 29 दिन की है तो 28 दिन हटा के 1 दिन और यानी 21+8+1= 30 दिन, ऐसे बनता है पूरा महीना. मतलब 28 दिन का रिचार्ज देने पर कंपनियों को साल में पूरे एक महीने का फायदा होता है.
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बढ़ सकती है वैलिडिटी TRAI अपने कंसल्टेशन पेपर के जरिए सभी स्टेकहोल्डर्स से Tariff Plans पर राय मांगेगा. अगर सभी स्टेकहोल्डर्स एकमत राय देते हैं तो TRAI टेलिकॉम कंपनियों को जरूरी बदलाव करने के आदेश जारी कर सकता है. तर्क दिया गया है कि पोस्टपेड ग्राहकों की बिलिंग साइकिल 30 दिन की होती है. ऐसे में प्रीपेड (Prepaid) ग्राहकों को 24 दिन, 28 दिन, 56 दिन और 84 दिन की वैलिडिटी देना सही नहीं है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगले हफ्ते ट्राई की तरफ कंसल्टेशन पेपर जारी कर दिया जाएगा. अगर ये पास हो जाता है तो ग्राहकों के लिए काफी राहत भरी खबर होगी.
वॉइस कॉल पैक को भी बढ़ाने पर जोर ज्यादातर कंपनियां डेटा पैक को ध्यान में रखकर अपना रिचार्ज प्लान (Tariff Plans) लॉन्च करती हैं. इसमें वॉयस कॉल्स के रिचार्ज प्लान के ज्यादा ऑप्शन नहीं है. ऐसे में कंसल्टेशन पेपर में इसका भी जिक्र हो सकता है. कंपनियों से ज्यादा वॉयस पैक देने के निर्देश भी दिए जा सकते हैं. पिछले दिनों सांसदों ने भी मिनिमम मोबाइल रिचार्ज और 28 दिनों की वैलिडिटी को लेकर उठाए थे. उनका कहना था कि जब मासिक बिल की वैलिडिटी 30 दिन होती चाहिए तो कंपनियों ने इसे घटाकर 28 दिन क्यों किया है. इससे ग्राहकों को नुकसान हो रहा है.
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