देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया के चेयरमैन आरसी भार्गव ने कहा है कि वित्तवर्ष 2023-24 के दौरान छोटी कारों के बाजार में उन्हें कोई ग्रोथ नहीं दिखती है, क्योंकि लागत बढ़ने की वजह से छोटी कारें महंगी हो गई हैं. छोटी कारों को खरीदने वाला वर्ग फिलहाल इनसे दूरी बनाए हुए है. उधर बुधवार को मारुति सुजुकि ने मार्च तिमाही के नतीजे भी घोषित किए हैं. मार्च तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 42 फीसद बढ़कर 2,671 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है.
दुनिया की टॉप 30 ऑटो कंपनियों मे मारुति शामिल
पूरे वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान मारुति सुजुकी इंडिया को 8,211 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट हुआ है. कंपनी का सालाना टर्नओवर पहली बार 1 लाख करोड़ रुपए के पार हुआ है. इस मामले में कंपनी दुनिया की टॉप 30 ऑटो कंपनियों में शामिल हो गई है. कंपनी ने पूरे वित्त वर्ष के दौरान रिकॉर्ड 19.66 लाख वाहन बेचे हैं.
चिप की कमी की वजह से कंपनी को नुकसान
हालांकि कंपनी को चिप संकट की वजह से नुकसान भी उठाना पड़ा है. मारुति सुजुकी के चेयरमैन आर.सी. भार्गव ने कहा कि वित्त वर्ष 2023 में चिप शॉर्टेज की वजह से कंपनी करीब 1.7 लाख कारों का उत्पादन कम कर पाई. अच्छे नतीजों से उत्साहित कंपनी ने अब विस्तार योजनाओं पर भी तेजी से काम करने का फैसला किया है. भार्गव ने कहा कि कंपनी एक नया कारखाना लगाएगी जिसकी सालाना उत्पादन क्षमता 10 लाख यूनिट तक होगी.
हाइब्रिड कार लॉन्च करेगी कंपनी
कंपनी पहले से ही हरियाणा के खरखोडा में एक नया प्लांट बना रही है जिसकी फाइनल उत्पादन क्षमता 10 लाख कारों की ही होगी. अब जो ऐलान हुआ है वह इस कारखाने के अलावा होगा. यही नहीं, कंपनी अगले दो महीने में ही एक सेवन सीटर हाइब्रिड कार लॉन्च करने की तैयारी कर रही है.
मारुति के शेयरों को लेकर ब्रोकरेज हाउस भी बुलिश दिख रहे हैं. Morgan Stanley ने FY24 में इस शेयर में 30%तक बढ़त होने का अुनमान लगाया है. गुरुवार को बीएसई पर मारुति के शेयर फीसद की उछाल के साथ 8,570 रुपए पर खुले. हालांकि बाद में इसमें काफी उतार-चढ़ाव का दौर देखा गया.
पर्सनल फाइनेंस पर ताजा अपडेट के लिए Money9 App डाउनलोड करें।