दिग्गज ग्लोबल रेटिंग हाउस एस एंड पी (S&P) ने इस वित्त वर्ष के लिए भारत का ग्रोथ अनुमान घटा दिया है. S&P ने पहले वित्त वर्ष 2022 में भारत की GDP ग्रोथ 11 फीसदी रहने का अनुमान दिया था जिसे घटाकर अब 9.8 फीसदी कर दिया गया है. एजेंसी का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर से भारत में आर्थिक रिकवरी पटरी से उतर सकती है और इससे क्रेडिट को लेकर चिंताएं भी बन सकती हैं.
अमेरिकी रेटिंग एजेंसी एस एंड पी ग्लोबल ने मार्च में ही भारत में अप्रैल 2021 से मार्च 2022 तक 11 फीसदी GDP ग्रोथ रहने का अनुमान पेश किया था और तेजी से हो रही रिकवरी का हवाला दिया था.
एस एंड पी की भारत के लिए ट्रिपल बी निगेटिव रेटिंग है (BBB-) और आउटलुक स्थिर हैं. एजेंसी के मुताबिक कोविड भारत की अर्थव्यवस्था को कितनी चोट पहुंचाता है उससे तय होगा कि देश का क्रेडिट प्रोफाइल कैसा है.
इधर भारत की तरफ से वित्तीय स्थिति पर दबाव है. वित्त वर्ष 2021 में सरकार का घाटा GDP का 14 फीसदी था और कुल डेट स्टॉक GDP का 90 फीसदी था.
S&P ग्लोबल रेटिंग्स – एशिया-पैसिफिक के मुख्य अर्थशास्त्री शॉन रोश के मुताबिक, “भारत में कोरोना की दूसरी लहर ने हमें वित्त वर्ष के लिए 11 फीसदी के GDP ग्रोथ अनुमान पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर किया है. मामलों में तेजी का समय और आगे आने वाली गिरावट ही हमारे अनुमान का आधार हैं.”
एजेंसी का कहना है कि कम कंजंप्शन से रोजगार और सैलरी में कटौती दिख सकती है, और दूसरी लहर ने खपत को चोट पहुंचाई है.