म्यूचुअल फंड्स के न्यू फंड ऑफर यानी NFO का प्रदर्शन फीका पड़ता दिख रहा है. बीते वित्त वर्ष यानी 2022-23 में NFO के जरिए जुटाई गई धन राशि में भारी गिरावट आई है, तो मौजूदा वित्त वर्ष में भी इनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं है.
वर्ष 2022-23 में कुल 253 NFO आए जो 2021-22 के 176 के आंकड़े से काफी अधिक है. लेकिन पिछले वित्त वर्ष में 182 ओपन-एंडेड और 71 क्लोज-एंडेड योजनाओं से कुल 62,342 करोड़ रुपए ही जुटाए गए, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 42 प्रतिशत कम है. वित्त वर्ष 2021-22 में 176 NFO से कुल 1,07,896 करोड़ रुपए जुटाए गए थे. दूसरी तरफ, इस कैलेंडर वर्ष यानी 2023 में मार्च महीने तक तो एसेट मैनेजमेंट कंपनियों ने विभिन्न कैटिगरीज में कुल 33 एनएफओ लॉन्च किए.
3 महीने के लिए NFO लाने पर लगी थी रोक
बीते वित्त वर्ष में एनएफओ कलेक्शन को प्रभावित करने की कई वजहें रही हैं. इसमें सबसे बड़ी वजह थी सेबी द्वारा नई योजनाओं की पेशकश पर तीन माह की रोक. अप्रैल से जून 2022 तक के लिए यह रोक लगाई गई थी. इस अवधि में बाजार में भी लगातार उतार-चढ़ाव का माहौल बना रहा. विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की निकासी और वैश्विक कारकों से भी एनएफओ में निवेश प्रभावित हुआ.
क्या कहती है सेबी की रिपोर्ट?
सेबी की एक रिपोर्ट से पता चला है कि एनएफओ से इकट्ठी हुई राशि का 27% स्विच ट्रांजैक्शन से आया. इसका मतलब है कि नए निवेश करने के बजाय, पैसा बस एक स्कीम से दूसरी स्कीम में स्विच/ट्रांसफर किया गया. अभी निवेश के लिए करीब 5 NFO खुले हैं, जिनमें डिफेंस फंड (एचडीएफसी), टैक्स सेवर फंड (एनजे) और एक वैल्यू फंड (बड़ौदा बीएनपी परिबास) शामिल हैं.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
वित्तीय सलाहकारों के अनुसार, निवेशकों को तभी एनएफओ में निवेश करना चाहिए, अगर उन्हें अपने पोर्टफोलियो में इसकी जरूरत महसूस होती है. या फिर कोई ऐसी थीम हो, जिस पर वे फोकस करना चाहते हैं. पुणे स्थित वित्तीय सलाहकार संजीव डावर के अनुसार, ‘हर आईपीओ या एनएफओ में निवेश की प्लानिंग कभी सही नहीं होती. इसे अपना मौजूदा पोर्टफोलियो को मजबूत करने के लिए एक विकल्प के तौर पर देखा जा सकता है. ‘
इस बात का ध्यान रखें सस्ते एनएवी अच्छे रिटर्न की गारंटी नहीं देते. यदि किसी फंड का एनएवी अधिक है, तो इसका मतलब है कि वह लंबे समय से मौजूद है, और इसके फंड मैनेजर के पास अपने निवेशकों के लिए प्रभावी रूप से रिटर्न दिलाने का एक बढ़िया ट्रैक रिकॉर्ड है.