प्रधानमंत्री नरेन्द्र (Narendra Modi) मोदी शनिवार को गुजरात के केवड़िया में शीर्ष सैन्य अधिकारियों के एक सम्मेलन को संबोधित करेंगे. इस सम्मेलन में पहली बार जवान और जूनियर कमीशन अधिकारी (जेसीओ) भी शिरकत करेंगे.
वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार को आरंभ हुए इस तीन दिवसीय सम्मेलन में जवान और जेसीओ मानव संसाधन से जुड़े विषयों पर विशिष्ट सत्रों में भाग लेंगे.
इस सम्मेलन में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल विपिन रावत, थल सेना अध्यक्ष एम एम नरवणे, वायु सेना प्रमुख आर के एस भदौरिया, नौ सेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह और रक्षा मंत्रालय तथा सशस्त्र बलों के वरिष्ठ अधिकारी भी शिरकत करेंगे.
अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री (Narendra Modi) सम्मेलन के आखिरी दिन अपना संबोधन दे सकते हैं.
उन्होंने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी सम्मेलन में भाग लेंगे.
शीर्ष सैन्य अधिकारियों का यह सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है जब भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में सेनाओं के पीछे हटने को लेकर लगातार बातचीत जारी हैं.
गत वर्ष पांच मई को भारत और चीनी सेनाओं के बीच सीमा को लेकर गतिरोध आरंभ हुआ था. इसी साल 11 फरवरी को राजनाथ सिंह ने संसद में घोषणा की थी कि भारत और चीन सेनाओं को चरणबद्ध तरीके से पीछे हटाने पर सहमत हो गए हैं.
विदेश मंत्री मिलने पहुंचे विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की बांग्लादेश की आगामी यात्रा की तैयारी के लिए बृहस्पतिवार को यहां पहुंचे. जयशंकर द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति को लेकर बांग्लादेश के अपने समकक्ष ए के अब्दुल मोमेन से वार्ता करेंगे.
बांग्लादेश के विदेश मंत्री ए के अब्दुल मोमेन ने यहां कुरमीटोला वायुसेना अड्डे पर जयशंकर का स्वागत किया. दोनों नेताओं के बीच बृहस्पतिवार को बाद में मुलाकात होने की संभावना है.
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय से एक बयान में कहा, ‘‘यह एक महत्वपूर्ण बैठक है, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी की आगामी यात्रा और प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ उनकी वार्ता के लिए तैयारी किए जाने की उम्मीद है.’’
जयशंकर मोमेन के आमंत्रण पर यहां आए हैं. दोनों नेताओं के बीच कई द्विपक्षीय एवं क्षेत्रीय मामलों पर चर्चा होने की संभावना है. प्रधानमंत्री मोदी 1971 में बांग्लादेश की मुक्ति की 50वीं वर्षगांठ के समारोह में शामिल होने के लिए 26 मार्च को दो दिवसीय यात्रा पर यहां आएंगे.
जयशंकर की यात्रा संबंधी जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने बताया कि विदेश मंत्री यहां अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री हसीना से भी मुलाकात करेंगे. उन्होंने बताया कि दोनों विदेश मंत्री उन द्विपक्षीय एमओयू की समीक्षा करेंगे, जिन पर मोदी अपनी यात्रा के दौरान हस्ताक्षर कर सकते हैं.
अधिकारियों ने बताया कि मोदी की यात्रा के दौरान दोनों देशों के प्रधानमंत्री ढाका और पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी के बीच सीधी यात्री ट्रेन सेवा को हरी झंडी दे सकते हैं.
मोदी (Narendra Modi) और हसीना ने 17 दिसंबर को डिजिटल शिखर सम्मेलन में भाग लिया था, जिसमें उन्होंने हल्दीबाड़ी और चिल्हाटी के बीच ट्रेन सेवा को हरी झंडी दी थी. बांग्लादेश के विदेश सचिव मासुद बिन मोमेन ने जनवरी में भारत की यात्रा की थी और इस दौरान दोनों पक्षों ने मोदी की बांग्लादेश यात्रा के कार्यक्रम पर विस्तार से विचार-विमर्श किया था.
नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा था कि जयशंकर बांग्लादेश की यात्रा के दौरान द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति की समीक्षा करेंगे . करीब 93,000 पाकिस्तानी बलों ने भारतीय सेना और ‘मुक्ति वाहिनी’ के संयुक्त बलों के आगे 16 दिसंबर, 1971 को समर्पण कर दिया था, जिसके बाद बांग्लादेश की स्थापना हुई.
पर्सनल फाइनेंस पर ताजा अपडेट के लिए Money9 App डाउनलोड करें।