तेल की ऊंची कीमतों से ग्राहकों को मामूली राहत मिली है. एक साल से भी ज्यादा वक्त बाद पहली बार पेट्रोल और डीजल के दाम (petrol price cut) नीचे आए हैं. बुधवार को पेट्रोल के दाम 18 पैसे प्रति लीटर और डीजल के दाम 17 पैसे प्रति लीटर घटे हैं. अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमतें फरवरी शुरुआत के बाद से सबसे निचले स्तर पर चली गई हैं और इसके चलते घरेलू ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने भी तेल के दाम घटा (petrol price cut) दिए हैं. इस कटौती (petrol price cut) के बाद दिल्ली में पेट्रोल की कीमतें 91.17 रुपये से गिरकर 90.99 रुपये प्रति लीटर पर आ गई हैं. डीजल के दाम अब 81.30 रुपये पर हैं जो कि पहले 81.47 रुपये पर थे.
तेल की कीमतों में यह कटौती पूरे देश में लागू हुई है और हर राज्य के अलग-अलग वैट के मुताबिक वहां तेल के दाम चल रहे हैं. गुजरे एक साल से भी ज्यादा वक्त बाद पहली बार तेल के दाम (petrol price cut) घटे हैं. इससे पहले 16 मार्च 2020 को तेल की कीमतों में कटौती हुई थी.
पिछले कुछ दिनों से भले ही तेल के दाम स्थिर हैं, लेकिन पिछले एक साल के दौरान पेट्रोल के दाम 21.58 रुपये प्रति लीटर और डीजल के दाम 19.18 रुपये प्रति लीटर बढ़े हैं.
पिछले महीने राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में पेट्रोल के दाम 100 रुपये के स्तर को भी पार कर गए थे. हालांकि, फरवरी अंत में देश के पांच राज्यों – पश्चिम बंगाल, असम, तमिलनाडु और केरल में चुनावों के ऐलान के बाद से तेल की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है.
मुंबई में बुधवार की कटौती (petrol price cut) के बाद पेट्रोल के दाम 97.40 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं जो कि पहले 97.57 रुपये पर थे. डीजल की कीमतें 88.60 रुपये से गिरकर 88.42 रुपये पर आ गई हैं.
कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर फैलने के चलते दुनियाभर में तेल की मांग फिर से नीचे आने की आशंका पैदा हुई है. इसके चलते अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के दाम फरवरी अंत के बाद से सबसे निचले स्तर पर चले गए हैं.