गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय इलाकों में आंधी की आशंका है. मौसम विभाग के मुताबिक गुजरात के कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़, मोरबी और कच्छ की खाड़ी में आंधी की आशंका है. इसको लेकर मौसम विभाग की ओर से ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. बता दें कि अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय दिशा बदलते हुए अब गुजरात के तट की तरफ बढ़ रहा है. आशंका जताई जा रही है कि 15 जून तक चक्रवाती तूफान गुजरात के तट पर पहुंच जाएगा. इन इलाकों में 125-135 किलोमीटर प्रति घंटे से 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है.
सरकार की तैयारी
मौसम विभाग ने गुजरात के कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी जिलों में 13 जून से 16 जून के बीच भारी बारिश की आशंका जताई है. मछुआरों को इन जिलों से सटे समुद्री इलाकों में मछली पकड़ने के लिए चेतावनी जारी की गई है. मौसम विभाग ने 13 जून से 15 जून के दौरान इन इलाकों में मछली पकड़ने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है. सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवाती तूफान बिपरजॉय को लेकर समीक्षा बैठक की थी. बैठक में इस तूफान से निपटने के लिए तैयारियों पर चर्चा की गई. प्रधानमंत्री ने संवेदनशील स्थानों में रहने वाले लोगों की सुरक्षित निकासी के लिए हरसंभव उपाय करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा है कि नुकसान की स्थिति में तत्काल सेवा बहाल करने के लिए तैयारियों के साथ आवश्यक सेवाओं का रखरखाव सुनिश्चित किया जाए.
कम बारिश का इन इलाकों में हो सकता है असर
दूसरी ओर मौसम का अनुमान जारी करने वाली निजी संस्था स्काइमेट का कहना है कि देश में कृषि के लिहाज से महत्वपूर्ण क्षेत्रों को जुलाई के पहले हफ्ते तक कम बारिश का सामना करना पड़ सकता है. खरीफ फसलों की खेती के लिहाज से जून और जुलाई को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. ऐसे समय में अगर कृषि के लिहाज से जरूरी राज्यों में बरसात की कमी होती है तो खरीफ की बुआई पर इसका नकारात्मक असर पड़ सकता है.
Published - June 13, 2023, 06:12 IST
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