टायर बनाने वाली कंपनी मद्रास रबर फैक्ट्री यानी (MRF) के शेयर ने इतिहास रच दिया है. घरेलू शेयर बाजार में सोमवार को MRF के शेयर ने फ्यूचर्स यानी वायदा कारोबार में एक लाख रुपए का आंकड़ा पार कर दिया. यानी MRF का एक शेयर खरीदने के लिए एक लाख रुपये खर्च करने होंगे.
भारतीय शेयर बाजार के इतिहास MRF पहला शेयर है जिसने एक लाख रुपए के आंकड़े को छुआ है.. कीमत के हिसाब से ये शेयर भारत का सबसे महंगा शेयर है. हालांकि, कैश सेगमेंट में MRF के शेयर ने सोमवार को 99,933.50 रुपए का उच्चतम स्तर छुआ. इसके बाद से शेयर में मुनाफा वसूली हावी हो गई. क्योंकि आज की गिरावट के बावजूद एक महीने में शेयर ने करीब 16 फीसदी और एक साल में 42 फीसदी की तेजी दर्ज की है.
100 गुना रिटर्न
अगर अतीत के आंकड़ों पर गौर करें तो 3 मई 1995 को शेयर ने 1000 रुपए का स्तर छुआ था. फरवरी 2012 में ये 10,000 रुपए, सितंबर 2014 में 25,000, सितंबर 2016 में 50,000 उसके बाद 2018 में 75,000 और अब 2023 में इसने एक लाख का स्तर पार किया है.. यानी कि शेयर ने बीते 28 साल में 100 गुना का रिटर्न दर्ज किया है.. अब शेयर की ऊंची कीमत की वजह भी जान लीजिए. दरअसल, इस कंपनी ने अपने शेयर को कभी भी स्प्लिट नहीं किया यानी विभाजित नहीं किया है.. BSE पर मौजूद जानकारी के मुताबिक MRF ने वर्ष 2000 से लेकर आज तक एक बार भी न तो बोनस शेयर की घोषणा की है और न ही स्टॉक स्प्लिट किया. बंबई शेयर बाजार में सोमवार को एमआरएफ का शेयर 97,8778 और 99,933 रुपए के दायरे में रहा. पिछले बंद की तुलना में यह करीब एक फीसद गिरावट में रहा. मौजूदा शेयर भाव के अधार पर एमआरएफ का बाजार पूंजीकरण (Market Cap) 41,420 करोड़ रुपए है.