निजी क्षेत्र के बैंकों में बिज़नेस बढ़ाने और शाखाओं के विस्तार करने की होड़ मची है. इससे लोगों को बड़ी संख्या में नौकरियां मिल रही हैं. देश के दो शीर्ष निजी बैंक HDFC और ICICI बैंक ने वित्त वर्ष 2022-23 में 50,000 से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी दीं. इसमें HDFC बैंक ने FY23 में 31,643 कर्मचारियों को शामिल किया. वहीं इस अवधि के दौरान आईसीआईसीआई बैंक ने 23,200 कर्मचारियों को अपने साथ जोड़ा. यही क्रम चालू वित्त वर्ष 2023-24 में भी बने रहने की संभावना है.
HDFC बैंक और ICICI बैंक ने तेजी से अपनी शाखाएं भी खोली हैं और ATM लगाए हैं. अंग्रेजी अखबार बिजनेस स्टैंडर्ड को ICICI बैंक के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर ने बताया कि उनके यहां अब 1 लाख 29 हज़ार कर्मचारी हैं जिनमें से पिछले 12 महीने के दौरान 23,200 लोग शामिल किए गए. ICICI बैंक की शाखाओं में 9 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है जो मार्च 2023 में 5900 हो गई हैं. मार्च 2022 में ICICI बैंक की कुल शाखाएं 5418 थीं. इसके साथ ही देश भर में बैंक के ATM भी 4 फीसदी से बढ़कर 13,626 हो गए हैं.
उधर HDFC बैंक में 31 मार्च 2023 तक काम करने वाले लोगों का आंकड़ा 1,73,222 है जबकि इससे पिछले साल मार्च महीने तक ही ये आंकड़ा 1,41,579 था. इसके अलावा एक साल में HDFC ने 23 फीसदी ज्यादा बैंक शाखाएं और 9 फीसदी ज्यादा ATM खोले हैं. खास बात यह है कि प्राइवेट सेक्टर के छोटे बैंक भी अपना विस्तार करने में जुटे हैं. कैथोलिक सीरियन बैंक ने वित्त वर्ष 23 में अपने स्टाफ़ में 46 फ़ीसदी की बढ़ोतरी की है. बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ प्रलय मंडल के मुताबिक CSB बैंक ने वित्त वर्ष 2023 में 2100 लोगों को नौकरी दी है और इतने ही लोगों को वित्त वर्ष 2024 में भी देने की योजना है. सीएसबी बैंक ने पूरे साल में 100 से ज्यादा शाखाएं खोली जिसमें से 50 उत्तर भारत में खोली गईं.