नीति आयोग के SDG इंडिया इंडेक्स 2020-21 में केरल टॉप पर रहा है. ये इंडेक्स दर्शाता है कि सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरण के मानदंडों पर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की क्या स्थिति है. राज्यों से इन पैरामीटर्स पर डेटा इकट्ठा कर उनकी रैंकिग तय की जाती है. नीति आयोग के वाइस चेयरमैन राजीव कुमार ने गुरुवार को SDG इंडेक्स के तीसरे संस्करण का लॉन्च किया है.
क्या है SDG इंडेक्स?
संयुक्त राष्ट्र के साथ मिलकर तैयार किए इस इंडेक्स के जरिए अलग-अलग पैरामीटर पर तरक्की का आकलन किया जाता है. इसमें ग्लोबल गोल्स शामिल हैं जिनपर विश्वभर में लोगों को बेहतर जिंदगी की सुविधाएं देने के लिए हासिल करने का लक्ष्य रखा गया है. इस इंडेक्स में 17 गोल्स हैं और 169 टार्गेट जिन्हें साल 2030 तक हासिल किया जाना है. ध्येय ये है कि देशों का विकास इस तरह हो कि समाज के सभी वर्ग को फायदा पहुंचे और ये सस्टेनेबल हो – यानी पर्यावरण को नुकसान ना पहुंचाया जा रहा है.,
इस इंडेक्स को भारत में दिसंबर 2018 में लॉन्च किया गया था जिससे राज्यों में सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरण के पैरामीटर पर विकास को आंका जा सके और राज्यों के बीच आपसी प्रतिस्पर्धा भी हो ताकि इनमें लगातार सुधार हो.
इस तीसरे संस्करण में इंडेक्स 17 गोल्स, 70 टार्गेट्स और 115 इंडिकेटर के आधार पर रैंकिंग देता है.
ये राज्य हैं आगे
इस इंडेक्स में केरल ने 75 का स्कोर हासिल किया है तो वहीं हमिाचल प्रदेश और तमिलनाडु दोनों 74 पॉइंट के साथ दूसरे नंबर पर हैं.
उत्तराखंड, गोवा, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश 72 पॉइंट के साथ तीसरे स्थान पर हैं और सिक्किम चौथे स्थान पर. इसके बाद महाराष्ट्र 70 पॉइंट के साथ टॉप लिस्ट में है.
इन राज्यों का प्रदर्शन सबसे खराब
इस SDG इंडेक्स में बिहार सबसे आखिरी स्थान पर है. झारखंड और असम का प्रदर्शन भी खराब रहा है और ये भी इंडेक्स के आखिरी में है. बिहार को 52 पॉइंट मिले हैं, झारखंड को 56 और असम को 57.
उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश को 60 पॉइंट मिले हैं.
छत्तिसगढ़, नागालैंड और ओडिशा भी 61 पॉइंट के साथ सबसे खराब प्रदर्शन वाले राज्यों मे शामिल रहे.