प्रधानमंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन का दृष्टिकोण ग्राम संचालित और महिला संचालित आंदोलन है और इसका प्रमुख आधार जन आंदोलन और जन भागीदारी.
प्रधानमंत्री ने फिल्मों, कहानियों और कविताओं के माध्यम से पानी की समस्या के बारे में बताते हुए कहा कि इससे पहले गांवों की महिलाओं और बच्चों को मीलों दूर से पानी लाना पड़ता था.
उन्होंने पानी की कमी वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से पानी की बचत के अधिक से अधिक प्रयास करने और अपनी आदतें बदलने का भी आग्रह किया.
बेटियों का स्वास्थ्य और सुरक्षा में सुधार के उपायों के बारे में भी बातचीत
मोदी ने देश में बेटियों का स्वास्थ्य और सुरक्षा में सुधार के उपायों के बारे में भी बातचीत की. उन्होंने बताया कि प्रत्येक घर और स्कूल में शौचालय सस्ते सेनिटेरी पैड, मातृ शक्ति के सशक्तिकरण के लिए गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक आहार और टीकाकरण के उपाय किए जा रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए ग्राम स्वराज के बारे में बताते हुए कहा कि गांवों में निर्मल जल और खुले में शौच से मुक्ति, पुरानी बावडि़यों और कुंओं के पुनरूद्धार के लिए जल मंदिर अभियान, 24 घंटे बिजली की आपूर्ति के लिए ज्योतिग्राम, ब्रोडबैंड सेवा के लिए तीर्थग्राम और ई-ग्राम के उपाय किए गए.
प्रधानमंत्री ने नई डिजाइन के जल जीवन मिशन मोबाइल एप का भी शुभारंभ किया. इस एप के माध्यम से कोई भी व्यक्ति ग्रामीण इलाकों में नल से जल के अभियान में सहयोग के लिए धन दे सकता है.
15 अगस्त, 2019 को मोदी ने हर घर स्वच्छ जल पहुंचाने के उद्देश्य से जल जीवन मिशन की घोषणा की थी.