मास्टरशेफ ऑस्ट्रेलिया सीजन-13 का खिताब जस्टिन नारायण (Justin Narayan) ने अपने नाम कर लिया है. 27 वर्षीय शेफ जस्टिन नारायण (Justin Narayan) भारतीय मूल के हैं. उन्होंने शो में अपनी काबिलियत से जजों को खूब प्रभावित किया. मास्टर शेफ जस्टिन का सफर इस शो में काफी मुश्किल भरा रहा लेकिन उन्होंने अपनी प्रतिभा के दम पर जीत हासिल कर ली.मास्टरशेफ का खिताब अपने नाम करने के साथ साथ जस्टिन नारायण ने 2.5 लाख डॉलर भी जीते हैं. पीट शो के पहले रनर अप रहे, इन्होंने 30 हजार डॉलर का खिताब जीता. जस्टिन फिजी और भारतीय माता-पिता के साथ पहली पीढ़ी के ऑस्ट्रेलियाई नागरिक हैं.
13 साल की उम्र में देखा था शेफ बनने का खतरा
भारतीय मूल के जस्टिन नारायण (Justin Narayan) ऑस्ट्रेलिया के पर्थ इलाके में रहते हैं. जस्टिन शेफ गगन आनंद और गॉर्डन रामसे को अपना गुरु समझते हैं. बहुत ही छोटी उम्र से ही जस्टिन ने खाना बनाना शुरू कर दिया था. महज 13 साल की उम्र में ही शेफ बनने का सपना देखा लिया था. जस्टिन की कुकिंग में साफतौर से भारतीय झलक भी देखने को मिलती है. इनके जिन खास व्यंजनों से जजेज काफी प्रभावित हुए उनमे इंडियन चिकन टाकोस, चारकोल चिकन, फ्लैटब्रेड, पिकल सलाद, इंडियन चिकन करी इत्यादि शामिल है.
सबसे पसंदीदा उम्मीदवार बने जस्टिन
इस मास्टरशेफ शो में किश्वर चौधरी और पीट कैंपबेल से जस्टिन का सीधा मुकाबला था. अपनी कुकिंग की प्रतिभा और जुनून के बल पर जस्टिन ने सबको प्रभावित किया और वह मास्टरशेफ ऑस्ट्रेलिया जीतने में सफल रहें. खिताब अपने नाम करने के बाद जस्टिन ने कहा कि उनकी मां उनके लिए सबसे बड़ी प्रेरणा है. उन्होंने बताया कि मेरी मां एक शानदार कुकिंग करती हैं.
भारतीय रेस्टोरेंट खोलने का सपना
उनके कुकिंग में भी इन दोनों देशों की झलक देखने को मिलती है. उनका सपना एक भारतीय रेस्तरां खोलने का है जहां उन्हें भारत के विशेष पकवान को परोसने का मौका मिले. जस्टिन नारायण का सपना है कि वह किसी दिन खुद का एक रेस्टोरेंट खोलें, जहां भारतीय खाने का स्वाद हो,जिसे खाकर वो बड़े हुए हैं. जस्टिन चाहते है कि इस रेस्टोरेंट से होने वाले प्रॉफिट से वह भारत की छोटी बस्तियों में रहने वाले बच्चों की शिक्षा में कुछ सहयोग करें.