लंबे इंतजार के बाद गुरुवार को दक्षिण पश्चिम मानसून केरल पहुंच गया है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मानसून के केरल पहुंचने की घोषणा की है. मौसम विभाग ने कहा है कि सामान्य तौर पर मानसून एक जून को केरल पहुंचता है लेकिन इस बार 8 जून को पहुंचा है. मानसून केरल के साथ दक्षिण तमिलनाडु और लक्ष्यद्वीप में भी पहुंच गया है. मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि अगले 48 घंटों के दौरान मानसून के कर्नाटक तथा तमिलनाडू के कुछ हिस्सों में पहुंचने को लेकर परिस्थितियां अनुकूल हैं.
आधिकारिक रूप से मानसून सीजन एक जून से शुरू होता है. इस तरह भारत में मानसून एक एक हफ्ते की देरी से दस्तक दी है. इससे पूर्व आशंका जताई जा रही थी कि अरब सागर में चक्रवाती तूफान की वजह से मानसून आने में देरी हो सकती है. मौसम विभाग ने बुधवार को अनुमान जारी किया था अरब सागर में दबाव का क्षेत्र आज भीषण चक्रवाती तूफान में बदल सकता है. देर रात तक उसके अति भीषण चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है जिसकी वजह से अरब सागर में 150 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तूफान आ सकता है.
मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवाती तूफान ‘बिपारजॉय’ पूर्व मध्य और आस-पास के दक्षिण पूर्व अरब सागर के ऊपर पिछले 6 घंटों के दौरान 5 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के साथ उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ते हुए भीषण चक्रवात में बदल गया है. सुबह साढ़े 11 बजे चक्रवाती तूफान गोवा से 860 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण पश्चिम, मुंबई से 970 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम, पोरबंदर से 1050 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और पाकिस्तान में कराची से 1350 किलोमीटर दक्षिण में अरब सागर में स्थित था. मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे के दौरान चक्रवाती तूफान के उत्तर की ओर बढ़ने और उसके बाद के 3 दिनों के दौरान उत्तर-उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ने की संभावना है. बहरहाल, लंबे इंतजार के बाद मानसून ने गुरुवार को केरल में दस्तक दे दी. इससे लोगों को राहत मिली है.