रियल स्टेट कंपनी सुपरटेक एक बार फिर संकट में है. सुपरटेक बिल्डर पर उसके उत्तर प्रदेश के नोएडा सेक्टर 94 में बन रहे सुपरनोवा हाउसिंग प्रोजेक्ट को लेकर 425 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप लगा है. ये आरोप हाउसिंग और प्रॉपर्टी लोन देने का काम करने वाली इंडिया बुल्स हाउसिंग फाइनेंस की ओर से लगाया है. इस संबंध में इंडिया बुल्स हाउसिंग फाइनेंस कंपनी की अधिकारी सुनीला सांगवान ने नोएडा थाना-126 में सुपरटेक के खिलाफ़ मामला भी दर्ज करा दिया है. शिकायत में सुपरटेक के चेयरमैन अरोड़ा, एमडी मोहित अरोड़ा और उनके परिवार समेत 34 लोग नामजद किए गए है. आरोप है कि सुपरटेक बिल्डर ने धोखाधड़ी कर लोन करा लिया और तय नियम और शर्तों का उल्लंघन किया है.
क्या है मामला
सुनीला सांगवान ने पुलिस में बताया कि 2017-18 में सुपरटेक बिल्डर के एमडी समेत कई अन्य लोगों ने इंडिया बुल हाउसिंग फाइनेंस कंपनी से संपर्क किया था. इस दौरान सुपरटेक बिल्डर ने उन्हें बताया गया कि वह सेक्टर-94 में सुपरनोवा हाउसिंग प्रोजेक्ट बना रही है. इसके लिए उसे लोन की ज़रूरत है. मोर्गेज कंपनी ने सुपरटेक को इसके लिए 425 करोड़ रुपए से ज्यादा का लोन दे दिया लेकिन इसके बाद लोन के पैसे नहीं चुकाए गए और सुपरटेक ने हाउसिंग कंपनी के 425 करोड़ रुपए हड़प लिए. इंडिया बुल्स का कहना है कि सेक्टर 94 स्थित सुपरनोवा बिल्डिंग के 1293 यूनिट यानी फ्लैट गिरवी रखकर ये लोन सुपरटेक ने लिया था और धोखाधड़ी करके इनको बेच दिया गया. इससे उसे नुकसान हुआ है.
सुपरटेक कंपनी प्राधिकरण के अधिकारियों से साठगांठ करके ट्विन टावर के अवैध निर्माण को लेकर सुर्खियों में आई थी. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर इस ट्विन टावर को पिछले साल ध्वस्त कर दिया गया था.इस घटना के बाद से यह रियल एस्टेट कंपनी भारी वित्तीय संकट से जूझ रही है. कंपनी का यह संकट दूर होता दिखाई नहीं दे रहा. इंडिया बुल्स के साथ धोखाधड़ी का मामला इसी कड़ी में सामने आया है.