हमारे देश में कोरोना की अलग-अलग वैक्सीन की मिक्स डोज को वैक्सीनेशन में शामिल नहीं किया गया है. लेकिन देश के कुछ हिस्सों में लोगों ने एक डोज कोविशील्ड तो दूसरी कोवाक्सिन की ली है. इन दोनों डोज को लेने के बाद लोगों में मेडिकल तौर क्या इफेक्ट हुआ है, इसे लेकर नई दिल्ली स्थित भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने देश की पहली स्टडी को पूरा कर लिया है. इसके अनुसार उत्तर प्रदेश में दो कोरोना वैक्सीन की मिक्स डोज पूरी तरह सेफ हैं और इसने पर्याप्त एंटीबॉडी बनाई है.
98 लोगों पर की गई स्टडी
स्टडी के लिए कुल 98 लोगों का चयन किया गया. इन सभी में से 40 लोगों ने कोविशील्ड और 40 लोगों ने कोवाक्सिन की दोनों डोज ली थीं. जबकि 18 लोग ऐसे थे जिन्होंने एक कोविशील्ड और एक कोवाक्सिन की डोज ली. इन तीनों ग्रुप में से किसी भी शख्स ने वैक्सीन लगने के बाद किसी भी प्रकार के प्रतिकूल असर होने की शिकायत नहीं की. इस स्टडी को उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के वैज्ञानिकों ने मिलकर पूरा किया है
ICMR ने इस स्टडी को दिया मिक्स-एंड-मैच का नाम
ICMR ने बयान जारी करते हुए बताया कि इस स्टडी को मिक्स-एंड-मैच का नाम दिया गया है. जारी बयान में बताया कि भारत में निर्मित कोविशील्ड और कोवाक्सिन की मिक्स डोज के अच्छे रिजल्ट देखने को मिले हैं. वैक्सीन की दो डोज में कोविशील्ड और कोवाक्सिन देकर इम्यून सिस्टम को और मजबूत किया जा सकता है. पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) की वैज्ञानिक डॉ. प्रज्ञा यादव ने कहा कि वैक्सीन की मिक्स डोज न सिर्फ सुरक्षित है बल्कि यह इम्यून सिस्टम को मजबूती देने में भी कारगर साबित हो सकती है.
सीएमसी वेल्लोर में शुरू होने वाली है स्टडी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की एक विशेषज्ञ समिति ने मिक्स डोज पर क्लिनिकल स्टडी की अनुमति दी है. वहीं सीएमसी वेल्लोर में यह स्टडी शुरू होने वाली है.