शहरों में घर खरीदना सस्ता होने जा रहा है, सरकार होमलोन के ब्याज पर छूट के लिए योजना ला रही है. 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को यह घोषणा की है. प्रधानमंत्री ने कहा है कि शहरों में किराए पर रहने वाले या अनाधिकृत कॉलोनियों तथा झुग्गियों में रहने वाले परिवारों को होमलोन के ब्याज पर छूट देने के लिए सरकार जल्द योजना की घोषणा करने वाली है.
शहरों में गरीबों को पक्का मकान दिलाने के लिए देशभर में पहले से एक योजना और चल रही है. प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना (PMAY-U) को जून 2015 में लॉन्च किया गया था. इस योजना के तहत इस साल 31 जुलाई तक कुल 118 लाख घरों को मंजूरी दी जा चुकी है और 76 लाख से ज्यादा घरों को पूरा करके जरूरतमंदों को दिया भी जा चुका है.
बुधवार को लालकिले से देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि उनके नेतृत्व में केंद्र सरकार ने महंगाई को नियंत्रित करने के लिए ‘भरसक प्रयास’ किये और जनता के इस बोझ को कम से कम करने के लिए आने वाले दिनों में भी प्रयास जारी रहेगा. देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया महंगाई के संकट से जूझ रही है और पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को महंगाई ने दबोच कर रखा है.
प्रधानमंत्री ने कहा, ”दुनिया अभी भी कोविड महामारी के प्रकोप से पूरी तरह उबर नहीं पाई है. युद्ध ने एक और समस्या पैदा कर दी है. दुनिया मुद्रास्फीति की समस्या से जूझ रही है. मुद्रास्फीति ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को जकड़ लिया है.” उन्होंने कहा, ‘‘हम भी दुनिया से, जिन सामानों की जरूरत होती है, लाते हैं. हम सामान तो आयात करते हैं, साथ ही महंगाई भी आयात करते हैं. पूरी दुनिया को महंगाई ने जकड़ कर रखा है.’’
मोदी ने कहा, ‘‘भारत ने महंगाई को नियंत्रित रखने के लिए भरसक प्रयास किए हैं. पिछले कालखंड की तुलना में हमें कुछ सफलता भी मिली है. लेकिन इतने से संतोष नहीं.. दुनिया से हमारी चीजें अच्छी हैं, बस यही सोचकर हम नहीं रह सकते. मुझे तो, मेरे देशवासियों पर महंगाई का बोझ कम से कम हो, इस दिशा में और भी कदम उठाने हैं. हम उन कदमों को उठाते रहेंगे, मेरा प्रयास निरंतर जारी रहेगा.’’
गौरतलब है कि जुलाई में खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर 7.44 फीसद पर पहुंच गई है. इस दौरान मुख्य रूप से टमाटर और सब्जियों के दाम तेजी से बढ़े. चालू वित्त वर्ष में पहली बार खुदरा मुद्रास्फीति भारतीय रिजर्व बैंक के छह फीसद के सहनशील स्तर को पार कर गई है.