अक्टूबर में बाउंस रेट या असफल ऑटो डेबिट ट्रांजैक्शन का प्रतिशत 31.2 था. यह जनवरी और फरवरी 2020 के बाद का सबसे निचला स्तर है, जब बाउंस रेट क्रमश: 31.04 फीसदी और 31.46 फीसदी था
हमारे देश में साइबर फ्रॉड एक बड़ी समस्या बन गया है. आए दिन हमारे पास लॉटरी जीतने और लकी नंबर में नाम आने के मैसेज और ईमेल आते हैं. इन मैसेज में एक लिंक पर क्लिक करने को कहा जाता है. कई लोग जाने अनजाने तो कई लालच में आकर इन लिंक पर क्लिक कर देते हैं. जिसका नतीजा यह होता है कि अकाउंट से पैसे निकल जाते हैं. इतना ही नहीं अब तो जालसाज सरकार के नाम से लोगों से पैसा ठग रहे हैं. दरअसल आजकल कई लोगों के फोन पर सरकार के नाम से एक एसएमएस (SMS) आ रहा है. इस मैसेज में बताया जाता है कि सरकारी योजना के तहत आपके अकाउंट में 2,67000 रुपये डाले गए हैं. प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो (PIB) ने इस तरह के मैसेज के लिए चेतावनी जारी की है.
पीआईबी फैक्ट चेक ने ट्वीट कर दी चेतावनी
पीआईबी (PIB) फैक्ट चेक ने गुरुवार सुबह अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट के जरिए इस मैसेज को पूरी तरह से फर्जी बताया है. इसी के साथ PIB फैक्ट चेक ने लिखा है कि सरकार की ओर से इस तरह की किसी भी स्कीम का संचालन नहीं किया जा रहा है. ना ही सरकार की ओर से इस तरह का कोई मैसेज भेजा जा रहा है. इस तरह के किसी भी मैसेज पर क्लिक ना करें.
RBI ने भी दी थी चेतावनी
कुछ दिन पहले RBI ने भी लोगों के लिए ऐसी ही चेतावनी जारी की थी. RBI ने यह चेतावनी पुराने नोट और सिक्के बेचकर लखपति बनने वाले मैसेज पर जारी की थी. RBI ने कहा था कि सरकार की ओर से पुराने नोट और सिक्कों की खरीदारी नहीं की जा रही है. ऐसे किसी भी मैसेज पर भरोसा ना करें. वहीं इस तरह के मैसेज की शिकायत करें.
Did you also receive a message claiming that your bank account has been credited with Rs 2,67,000 under ‘Govt Yojana’?