सरकार (Government) ने अप्रैल के लिए औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) का पूरा डेटा जारी नहीं किया है, जैसा कि पिछले साल इसी महीने COVID-19 लॉकडाउन के कारण किया गया था. पिछले साल जून माह में राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने कारखाने के उत्पादन पर देशव्यापी तालाबंदी के प्रभाव के कारण संपूर्ण आईआईपी (IIP) डेटा जारी करने पर रोक लगा दी थी. इस साल भी महामारी की दूसरी लहर को रोकने के लिए राज्यों द्वारा लगाए गए लॉकडाउन प्रतिबंधों के कारण औद्योगिक उत्पादन प्रभावित हुआ था.
NSO की ओर से शुक्रवार को जारी आंशिक आंकड़ों के मुताबिक इस साल अप्रैल में IIP (सामान्य सूचकांक) 126.6 अंक रहा. जबकि अप्रैल 2020 में IIP 54 अंक और अप्रैल वर्ष 2019 में 126.5 अंक पर था. अप्रैल 2020 में औद्योगिक उत्पादन में 57.3 फीसदी की कमी आई थी.
आंशिक आंकड़ों के अनुसार, IIP की वृद्धि अप्रैल 2021 में पिछले साल के इसी महीने की तुलना में 134 प्रतिशत रहने का अनुमान है. अप्रैल में औद्योगिक विकास सपाट था. वहीं अगर हम 2019 के समान महीने में आईआईपी की तुलना करे तो ये दर्शाता है कि आर्थिक सुधार महामारी की दूसरी लहर से प्रभावित हुआ है.
एक बयान में NSO ने कहा कि “यह ध्यान दिया जा सकता है कि मार्च 2020 के अंत से कोविड -19 महामारी के प्रसार को प्रतिबंधित करने के लिए लागू किए गए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन और अन्य उपायों के कारण अधिकांश प्रतिष्ठान अप्रैल 2020 में काम नहीं कर रहे थे. वहीं नतीजतन कई इकाइयां थीं जिन्होंने ‘शून्य’ उत्पादन की सूचना दी थी, जिससे अप्रैल 2020 और अप्रैल 2021 के महीनों के सूचकांकों की तुलना प्रभावित हुई है.
सरकार ने 20 अप्रैल, 2020 से कुछ आर्थिक गतिविधियों के लिए लॉकडाउन प्रतिबंधों में ढील देना शुरू किया. इस साल, महामारी की दूसरी लहर अप्रैल के मध्य में शुरू हुई, जिसने राज्यों द्वारा लगाए गए स्थानीय प्रतिबंधों के कारण कारखानों में उत्पादन को भी प्रभावित किया.
एनएसओ ने कहा कि अप्रैल 2021 के महीने में खनन, विनिर्माण और बिजली क्षेत्रों के लिए औद्योगिक उत्पादन सूचकांक क्रमश: 108, 125.1 और 174 अंक रहा.
उपयोग-आधारित वर्गीकरण के अनुसार, अप्रैल 2021 के लिए सूचकांक प्राथमिक वस्तुओं के लिए 126.7, पूंजीगत वस्तुओं के लिए 82.4, मध्यवर्ती वस्तुओं के लिए 137.9 और बुनियादी ढांचे / निर्माण वस्तुओं के लिए 134.8 पर थे.
इसके अलावा, उपभोक्ता टिकाऊ और उपभोक्ता गैर-टिकाऊ वस्तुओं के सूचकांक क्रमशः 112.4 और 142.3 पर थे. आईआईपी ने पिछले साल फरवरी में 5.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की थी. मार्च 2020 में यह 18.7 प्रतिशत कम हो गया था.
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