वैश्विक बाजारों में बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में मजबूती के रुख को देखते हुए गुरुवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में चांदी की कीमत 1,800 रुपये के उछाल के साथ 88,000 रुपये के स्तर को पार कर 88,700 रुपये प्रति किलोग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई. वहीं सोने की कीमत 650 रुपये की तेजी के साथ 74,050 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसार, चांदी में लगातार दूसरे सत्र में बढ़त आई. दिल्ली में चांदी की कीमत 1,800 रुपये बढ़कर 88,700 रुपये प्रति किलोग्राम के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गई. पिछले सत्र में यह 86,900 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी.
इस बीच सोने की कीमत 650 रुपये से उछलकर 74,050 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई. पिछले सत्र में यह 73,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. गुरुवार को सर्राफा में तेजी आई क्योंकि कल के निचले अमेरिकी महंगाई के आंकड़ों ने सितंबर की शुरुआत में ब्याज दरों में कटौती की संभावना बढ़ा दी है. अप्रैल में, अंतर्निहित अमेरिकी महंगाई दर छह महीने में पहली बार घटती देखी गई.
एचडीएफसी सिक्योरिटीज में सीनियर एनालिस्ट-कमोडिटी सौमिल गांधी ने कहा कि आर्थिक आंकड़े जारी होने के बाद, अमेरिकी डॉलर सूचकांक पांचवें सप्ताह के निचले स्तर पर फिसल गया और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में गिरावट आई, जो कीमती धातु के लिए भी सकारात्मक है. अंतरराष्ट्रीय बाजार, कॉमेक्स में सोना हाजिर 2,386 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था, जो पिछले बंद भाव से 21 डॉलर अधिक है.
एलकेपी सिक्योरिटीज में कमोडिटी एवं करेंसी के रिसर्च एनालिस्ट विभाग के वाइस प्रेसिडेंट, जतीन त्रिवेदी ने कहा कि सोने की कीमतें कुल मिलाकर सकारात्मक रुख के साथ कारोबार कर रही हैं, उच्चस्तर पर कुछ मामूली मुनाफावसूली हो सकती है, खासकर जब अनुमानित उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) से प्रेरित खरीदारी होती है. चांदी भी बढ़कर 29.55 डॉलर प्रति औंस पर बोली गई. पिछले सत्र में यह 28.80 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुई थी.
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के कमोडिटी हेड हरीश वी ने कहा कि चांदी की कीमतों में तेजी से वृद्धि, मुख्य रूप से इसके अद्वितीय औद्योगिक गुणों के कारण है, जो इसे सोने से अलग करती है. आपूर्ति खतरे पर चिंता के कारण तांबा, एल्युमीनियम, जस्ता और सीसा जैसी प्रमुख औद्योगिक धातुओं की कीमतें अप्रैल से तेजी से बढ़ी हैं.