सोना खरीदने वालों की लाइन में मिडिल क्लास सबसे आगे खड़े हैं . खड़े भी क्यों न हो . यह सोना ही तो था जो कोविड के संकट में उनका सहारा बना . लॉकडाउन में आय टूटी तो घर में रखे गहने इमरजेंसी फंड हो गए . हॉस्पिटल के बिल, स्कूल की फीस, मकान-दुकान का किराया यहीं से तो निकला था .
अब हालात सुधर रहे हैं . आय सुचारू हो रही है और गैर जरूरी खर्चों से पहले बचत करना मिडिल क्लास का संस्कार है . यही वजह है कि सोने की खरीदारी में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी इसी वर्ग की है .
इंडिया गोल्ड पॉलिसी सेंटर की ओर से किया गया सर्वे इसकी ताकीद करता है . सर्वे के नतीजे बताते हैं कि सोने की खरीद में 56 फीसद हिस्सेदारी उन लोगों की है जो सालाना 2 लाख से 10 लाख रुपए कमाते हैं . भारत में हर साल 800 से 850 टन सोने की खपत होती है .
सर्वे यह भी बताता है कि 90 फीसद से ज्यादा परिवारों ने सोने की खरीद कैश में की . यह सर्वे 40,000 परिवारों पर किया . 75 फीसद परिवार ऐसे मिले जो किसी न किसी फॉर्म में सोना रखते थे .
डिजिटल गोल्ड, पेपर गोल्ड अमीरों की पसंद है . मिडिल क्लास फिजिकल गोल्ड पर भरोसा करता है . यह तो बात हुई भारत की . लेकिन सोने के कद्रदान दुनियाभर में बढ़ रहे हैं . मुश्किल वक्त में सब सोने को निवेश का सुरक्षित विकल्प मानते हैं . अंग्रेजी में सेफ हेवन इन्वेस्टमेंट .
वक्त दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं के लिए मुश्किल है . कोविड के बाद महंगाई ग्लोबल चिंता बन गई . रूस-यूक्रेन-युद्ध ने आग में पेट्रोल का काम कर दिया . ब्याज दरों का मौसम भी बदलने लगा . शेयर बाजार लड़खड़ा रहे हैं . घटनाओं का यह कॉकटेल सोने की चमक को बढ़ा रहा .
HSBC ग्लोबल रिसर्च ने 2022 के लिए सोने के औसत भाव के अनुमान को 40 डॉलर बढ़ाकर 1,820 डॉलर प्रति औंस कर दिया है . फिलहाल कीमतें 1,970 डॉलर प्रति औंस के करीब हैं .
दुनियाभर के गोल्ड ETF भी सोने में खरीदारी कर रहे . मार्च में खत्म हुई तिमाही के दौरान सोने के एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स यानी ETF ने लगभग 269 टन सोना खरीदा है . अकेले मार्च में ही 187 टन से ज्यादा की खरीद हुई है . दुनियाभर में ETF की होल्डिंग 3,835 टन तक पहुंच गई है . इन 3 महीनों के दौरान भारत में भी गोल्ड ईटीएफ में लगभग 500 करोड़ रुपए का निवेश हुआ है .
दुनियाभर के केंद्रीय बैंक भी विदेशी मुद्रा भंडार में सोना भर रहे . भारत के केंद्रीय बैंक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने भी 2021 के दौरान अपना गोल्ड रिजर्व 77.5 टन बढ़ाया है . दिसंबर 2017 से लेकर अबतक RBI 200 टन से ज्यादा सोने की खरीद कर चुका है .
कुल जमा बात यह कि मौजूदा परिस्थितियों में सोना सबको भा रहा और यही इस तर्क को ताकत दे रहा कि सोने की चमक 2022 में बनी रहेगी .