कर्ज के संकट में फंसी निजी एयरलाइन गो फर्स्ट (Go First) अब फिर से उड़ान भरने की तैयारी में है. कंपनी ने 27 मई से फिर से परिचालन बहाल करने की प्लानिंग शुरू कर दी है. इससे पहले कंपनी ने बुधवार को 26 मई तक अपनी उड़ानें बंद करने की सूचना दी थी. दरअसल, गो फर्स्ट के दिवालिया घोषित करने की याचिका दायर के बाद भारतीय एविएशन सेक्टर में उठापटक मच गई. कंपनी की तरफ से तीन मई से अपनी सभी फ्लाइट्स के ऑपरेशन को बंद कर दिया. अब यह उम्मीद जताई जा रही है कि 27 मई से कंपनी फिर से उड़ान भर सकती है. हालांकि कंपनी की इस राह में अभी कई तरह की बाधाएं हैं.
क्या है तैयारी?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 19 मई से कंपनी ‘ऑनलाइन ग्राउंड रिफ्रेशर कोर्स’ के तहत अपने पायलटों को ट्रेनिंग देगी. गो फर्स्ट डेली भुगतान प्रक्रिया को फॉलो करती है. गौरतलब है कि पहले कंपनी 27 विमानों को संचालित कर रही थी जबकि अभी 20 विमानों से परिचालन शुरू करने की योजना है. बताया जा रहा है कि दिल्ली-मुंबई रूट पर सबसे ज्यादा फ्लाइट का संचालन होगा. इससे पहले कंपनी ने ट्वीट कर यह जानकारी दी थी कि 26 मई तक सभी फ्लाइट्स को रद्द कर दिया गया है. इससे पहले एयरलाइंस ने 19 मई तक उड़ानें रद्द की थीं और 24 मई से इसके दोबारा उड़ान भरने की चर्चा चल रही थी.
एनसीएलटी करेगी फैसला
कंपनी की तरफ से 27 मई से फिर से परिचालन बहाल करने की प्रक्रिया भले ही शुरू कर दी है इसमें अभी कई दिक्कतें हैं. सबसे बड़ी समस्या यह है कि गो फर्स्ट की पट्टेदार कंपनियों ने एयरलाइन की स्वैच्छिक दिवाला समाधान प्रक्रिया के खिलाफ NCLT के फैसले को चुनौती देते हुए डीजीसीए (DGCA) से अपने 45 विमानों को वापस लेने की मांग रखी है. ऊपरी अदालत एनसीएलटी (NCLAT) की तरफ से 22 मई को तीन विमान पट्टेदारों की याचिकाओं पर आदेश पारित किया जाएगा. दरअसल, 15 मई को हुई सुनवाई में दो सदस्यीय पीठ ने इस मुद्दे पर अपना फैसला सुरक्षित रखा था और पक्षकारों को बाकी के सभी दस्तावेजों को जमा करने के लिए 48 घंटे का समय दिया था.