कोरोना वायरस महामारी के इस दौर में देश के प्रत्येक व्यक्ति ने कम से कम एक बार तो काढ़ा अवश्य ही पिया होगा. इस महामारी ने हमें आयुर्वेद से एक बार फिर परिचय कराया है. लोग इस दौरान तुलसी, गिलोय और अश्वगंधा जैसे औषधीय पौधों को लेकर जागरूक हुए हैं. इसी कड़ी में राजस्थान घर घर औषधि योजना (GGAY- Ghar Ghar Aushadhi Yojana Rajasthan) को राजस्थान सरकार द्वारा 5 जुलाई 2021 से प्रारंभ किया गया था.
यह योजना राजस्थान के वन विभाग द्वारा चलायी जा रही है. इस योजना में राज्य के सभी परिवारों को तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा और कालमेध जैसे औषधिय पौधे उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया गया है. ये पौधे लोगों को पूरी तरह से मुफ्त दिये जा रहे हैं. लोगों को वितरित किये जाने वाले ये पौधे वन विभाग की देख-रेख में नर्सरी में विकसित किये जाते हैं.
महामारी के इस दौर में लोगों को इम्यूनिटी से भरपूर रखने की दिशा में यह योजना काफी उपयोगी है. गौरतलब है कि आयुर्वेद में तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा और कालमेध जैसे औषधीय पौधों को इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए अच्छी औषधी बताया है. राज्य के लोग अपने घरों में ये चार औषधीय पौधे लगाकर इनसे औषधीयां प्राप्त कर सकते हैं.
ये हैं योजना की खास बातें:
1. इस योजना के अंतर्गत वन विभाग द्वारा औषधीय पौधे नर्सरी में तैयार कर राज्य के परिवारों को निशुक्ल वितरित किये जाते हैं.
2. इस योजना को साल 2021 से साल 2024 तक चलाया जाएगा.
3. राजस्थान के जिलों में इस योजना के तहत नगर पालिका, नगर निगम, तहसील और पंचायत समेत अन्य विभागों के माध्यम से औषधीय पौधों का वितरण किया जा रहा है.
4. इन औषधीय पौधों के उपयोग से लोगों की इम्यूनिटी मजबूत होगी, जिससे उनके शरीर को बीमारियों से लड़ने में मदद मिलेगी.
5. इस योजना से राज्य के परिवार घर में औषधीय पौधे लगाने के प्रति जागरूक हो रहे हैं.
6. राज्य के लोग आयुर्वेद से जुड़ रहे हैं.