7th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों को 1 जून के बाद अच्छी खासी सैलरी मिलेगी. सरकार की तरफ से 1 जुलाई 2021 से महंगाई भत्ते को 17 फीसदी से 28 फीसदी कर दिया जाएगा. केंद्रीय कर्मचारी और पेंशनर्स को बढ़ी हुई सैलरी और पेंशन का फायदा मिलेगा. 7वां वेतन आयोग लागू होने के बाद से केंद्रीय कर्मचारियों के बीच फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) की सबसे ज्यादा चर्चा रहती है. दरअसल, फिटमेंट फैक्टर की वजह से ही केंद्रीय कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी में इजाफा हुआ है. यही वो फॉर्मूला है, जिससे केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी ढाई गुना से ज्यादा बढ़ गई. सातवें वेतन आयोग (7th Pay Commission) के अंतर्गत सैलरी का कैलकुलेशन और पे-मैट्रिक्स की जानकारी दी जाएगी.
क्या होता है फिटमेंट फैक्टर? इस वक्त केंद्रीय कर्मचारियों का फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) 2.57 है. केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी तय करते समय, भत्तों के अलावा जैसे महंगाई भत्ता (DA), यात्रा भत्ता (TA), हाउस रेंट अलाउंट (HRA), कर्मचारी की बेसिक सैलरी को फिटमेंट फैक्टर 2.57 से गुणा करके निकाला जाता है. ऐसे समझें- अगर किसी केंद्रीय कर्मचारी की बेसिक सैलरी 18,000 रुपए है, तो भत्तों को छोड़कर उसकी सैलरी होगी 18,000 X 2.57= 46,260 रुपए.
कैसे कैलकुलेट होता है महंगाई भत्ता सैलरी तय होने के बाद भत्ते तय करने का नंबर आता है. इसमें DA, TA, HRA, मेडिकल रीम्बर्समेंट शामिल हैं. केंद्रीय कर्मचारियों के लिए Dearness Allowance महंगाई से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए दिया जाता है. इसे साल में दो बार तय किया जाता है. पहली बार जनवरी से जून के दौरान और दूसरी बार जुलाई से दिसंबर की अवधि के लिए. सरकार साल के पहले 6 महीने की महंगाई का औसत निकालती है. इसके बाद दूसरी छमाही में महंगाई का औसत निकालती है. इसके आधार पर DA तय होता है.
फिलहाल जुलाई-दिसंबर 2020 के लिए औसत महंगाई दर (AICPI के मुताबिक) 3.5 परसेंट है. इसलिए ऐसा अनुमान जताया जा रहा है कि जनवरी से जून 2021 की अवधि के लिए महंगाई भत्ता कम से कम 4 परसेंट होगा. एक बार DA में बढ़ोतरी का ऐलान हो गया तो TA उसी आधार पर बढ़ जाता है. इसलिए DA में बढ़ोतरी TA से भी लिंक्ड है. इसी तरह HRA और मेडिकल रीम्बर्समेंट भी तय हो जाता है. जब सारे भत्ते कैलकुलेट हो जाते हैं तब केंद्रीय कर्मचारी की मासिक CTC तय होती है.
PF, ग्रेच्युटी का योगदान 1 जुलाई से महंगाई भत्ता बढ़ने का फायदा 52 लाख केंद्रीय कर्मचारियों और 60 लाख से ज्यादा पेंशनर्स को मिलेगा. साथ में इस बात को भी ध्यान में रखना है कि बेसिक सैलरी बढ़ने पर EPF और ग्रेच्युटी की राशि भी बढ़ेगी. EPF बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ता का 12 फीसदी होता है.
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