Financial Technology: महामारी के दौर में फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी (Financial Technology) ने शानदार रफ्तार पकड़ी है और ये एक ट्रेंड बनकर उभरा है. इस आदत ने उपभोक्ताओं और सर्विस प्रोवाइडर्स के बीच कम्युनिकेशन की सुविधा दी है.
डिजिटलाइजेशन के दौर में पर्सनल फाइनेंशियल सॉल्यूशन अब स्मार्टफोन पर भी उपलब्ध है. इसके सहारे अब ग्राहक अपने लिए बेहतर फैसले ले पा रहे हैं.
वित्तीय सेवाओं को विस्तार देने के लिए फाइनेंशियल सर्विसेज का टेक्नोलॉजी के साथ मिलना फिनटेक कहलाता है.
क्रेडिट सुइस की रिपोर्ट के मुताबिक फिनटेक डिजिटल बीमा, डिस्काउंट ब्रोकर, लोन और वेल्थ टेक्नोलॉजी जैसे पर्सनल फाइनेंस वर्टिकल में अपनी अलग पहचान बना रहा है.
रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक “डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर और साझेदारी निर्भरता के चलते भारत का फिनटेक इकोसिस्टम शानदार ग्रोथ के रास्ते पर है. डिजिटल पेमेंट का स्तर पहले से ही 20 करोड़ एक्टिव यूजर्स का आंकड़ा पार कर चुका है.
देश में फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी अब लोन, इंश्योरेंस और वेल्थ मैनेजमेंट जैसे क्षेत्रों में आगे निकल रहा है.”
सेटअप सर्विसेज इंडिया के को-फाउंडर और डायरेक्टर निशांत अरोड़ा के मुताबिक “संचालन को आसान बनाने के लिए फिनटेक कंपनियां फाइनेंशियल सर्विसेज और टेक्नोलॉजी को साथ लेकर आई हैं.
कोई भी फाइनेंशियल सेक्टर ऐसा नहीं है, जो टेक्नोलॉजी के बढ़ते प्रभाव से अछूता हो, क्रेडिट कार्ड बिल पेमेंट से लेकर लोन और निवेश पर सलाह लेने तक.
महामारी के दौर में फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी ने शानदार रफ्तार पकड़ी है और ये एक ट्रेंड बनकर उभरा है. कंज्यूमर और सर्विस प्रोवाइडर्स इस ट्रेंड के चलते फायदे में हैं. आइए जानते हैं कि कैसे पर्सनल फाइनेंस को तेजी से बदल रही है फिनटेक इंडस्ट्री
तेजी से उभरते फिनटेक के चलते देखने को मिल रहा है कि वेल्थ मैनेजमेंट सेक्टर में डिजिटल वेल्थ मैनेजमेंट सेवाओं का तेजी से विस्तार हो रहा है.
एल्गोरिदम के इस्तेमाल से सलाहकार सेवाएं देकर रोबो-सलाह ने वेल्थ मैनेजमेंट में क्रांति ला दी है. इसके साथ ही, इसने एसेट क्लास में निवेश को आसान भी बना दिया है और यह व्यक्तियों को जरूरतों के हिसाब से सेवाएं भी प्रदान करता है.
उन्नत होती टेक्नोलॉजी और कंज्यूमर व्यवहार में बदलाव ने बीमा क्षेत्र की तस्वीर को पूरी तरह बदल दिया है. इंसुरटेक फिनटेक का एक सबसेट है, जिसमें ऑनलाइन बीमा की तलाश करना और बीमा क्लेम करना बेहद आसान हो गया है.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी और रिस्क मैनेजमेंट के चलते इंश्योरेंस इंडस्ट्री में डेटा एनालिटिक्स, क्लेम मैनेजमेंट, क्लेम सैटलमेंट, KYC और बैकग्राउंड चेक करने जैसे कामों में गजब का बदलाव देखने को मिला है.
फिनटेक कंपनियां नई तकनीक के जरिए मौजूदा ग्राहकों की जरूरतों और सवालों का समाधान दे रही हैं. इसके जरिए पेमेंट में खासी मदद मिल रही है. इस नई तकनीक के जरिए अब धीरे-धीरे हम कार्डलैस और कैशलेस सोसाइटी की तरफ बढ़ रहे हैं.
डिजिटलाइजेशन के कारण पूरी दुनिया में पेमेंट इंडस्ट्री कॉन्टेक्ट लैस ट्रांजेक्शन की ओर तेजी से बढ़ रही है. अत्यधिक सुरक्षित पेमेंट चैनल पर्सनल फाइनेंस मैनेजमेंट का एक खास हिस्सा बनते जा रहे हैं.
UPI, मोबाइल वैलेट और बारकोड के कारण पेमेंट करना अब बेहद आसान हो चला है.
आज डेटा एनालिटिक्स और डेटा कलेक्शन का इस्तेमाल करके करके लोन लेने वालों के लिए साख और क्रेडिट वैल्यू तय होने लगी है.
नई तकनीक के कारण कम वक्त में ज्यादा और सटीक जानकारी जुटाई जा रही है. तेजी से बदलती तकनीक के कारण लोन लेने और लोन देने वालों दोनों की सहूलियत बढ़ रही है.
आज के दौर में बिना तकनीक के पर्सनल फाइनेंस की कल्पना करना बेमानी है. तेजी से बेहतर होती तकनीक फिनटेक ग्राहकों के अनुभव को बढ़ाकर, ऑपरेशन को आसान और कई प्लेटफार्मों में कम वक्त में बड़े ट्रांजेक्शन करके व्यवसायों को नई राह दिखाई है.
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