भारत में बहुत से लोगों को अब फाइनेंशियल प्लानिंग का महत्व समझ आ रहा है. कोविड -19 महामारी ने भारी वित्तीय संकट पैदा कर किया है. इससे अनिश्चितताओं का मुकाबला करने के लिए एक फंड बनाने की आवश्यकता प्रबल हुई है. जागरूकता की कमी और उचित मार्गदर्शन का अभाव कई लोगों को अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में विफल कर देता है. इससे उन्हें वित्तीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है.
इस इकोसिस्टम में फाइनेंशियल प्लानर्स की एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है. बहुत से लोग अब अपने पैसे की समस्या को हल करने के लिए पेशेवर मदद लेने के महत्व को महसूस कर रहे हैं. भारत जैसे देश में निवेश विकल्पों के बारे में व्यापक समझ आने में कुछ समय लगेगा, लेकिन शुरुआत करनी होगी.
हालांकि, पिछले कुछ समय से देश की युवा पीढ़ी निवेश विकल्पों की तरफ तेजी से आकर्षित हुई है. निवेश विकल्पों में शुरुआत करने की सरल और विश्वसनीय प्रॉसेस इसके पीछे बड़ा कारण है. यही वजह है कि हम भारी संख्या में नए डीमैट अकाउंट खुलते हुए देख रहे हैं. लिस्टेड भारतीय कंपनियों में खुदरा निवेशकों की हिस्सेदारी लगातार बढ़ रही है.
आज से 6 अक्टूबर (वर्ल्ड फाइनेंशियल प्लानिंग डे) तक, मनी9 का उद्देश्य लोगों के जीवन में फाइनेंशियल प्लानिंग के महत्व को उजागर करना है. भारत का वित्तीयकरण करना हमारा आदर्श वाक्य है और मनी9 में हम हमेशा यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं कि हमारे पाठक हमारी विविध पेशकशों का लाभ उठा सकें.
गलत निवेश निर्णयों के कारण बहुत से लोग गरीबी में मर जाते हैं. लेकिन जब उन्हें अपनी गलतियों का एहसास होता है, तो अक्सर बहुत देर हो चुकी होती है. समय आ गया है कि एक ऐसा इकोसिस्टम तैयार किया जाए, जहां वित्तीय नियोजन को एक कठिन ( डराने वाला) कार्य के रूप में न देखा जाए.