उत्तर प्रदेश के यमुना एक्सप्रेस-वे पर एक अप्रैल से फास्टैग (FASTag) की सुविधा शुरू हो जाएगी. यमुना एक्सप्रेसवे, जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड और आईडीबीआई (IDBI) बैंक के बीच सोमवार को इसको (FASTag) लेकर एक करार हुआ.
यमुना एक्सप्रेसवे विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अरुण वीर सिंह ने बताया कि निजी राजमार्ग होने के कारण जेपी कंपनी ने फास्टैग (एक इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह प्रणाली) शुरू करने से मना कर दिया था. प्राधिकरण की सख्ती के बाद कंपनी तैयार हुई. इसे 15 फरवरी से शुरू होना था, लेकिन सभी तैयारियां पूरी ना होने की वजह से यह चालू नहीं हो पाया.
उन्होंने बताया कि सोमवार को यमुना विकास प्राधिकरण, आईडीबीआई (IDBI) बैंक तथा जेपी इंफ्राटेक के प्रतिनिधियों के बीच एक करार हुआ. अब एक अप्रैल से यहां फास्टैग (FASTag) की सुविधा शुरू हो जाएगी.
एक अप्रैल से जेब पर बढ़ सकता है बोझ
नेशनल हाईवे पर इस साल एक अप्रैल से यात्रा करने पर जेब थोड़ी ज्यादा ढीली करनी पड़ सकती है. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) टोल की दरों में 5 फीसदी की बढ़ोतरी करने की तैयारी में है. वहीं, मासिक पास की कीमत में भी 10 से 20 रुपये बढ़ाए जा सकते हैं.
एनएचएआई (NHAI) हर वित्त वर्ष में टोल टैक्स बढ़ाता है. FASTag (फास्टैग) अनिवार्यता के बाद टोल टैक्स में बढ़ोतरी से ट्रांसपोर्टरों के साथ-साथ आम लोगों पर भी बोझ बढ़ेगा.
30 रुपये तक की हो सकती है बढ़ोतरी
एक रिपोर्ट के मुताबिक, गोरखपुर में कम से कम तीन टोल प्लाजा पर 5 से 30 रुपये की बढ़ोतरी की उम्मीद है. एक विभागीय अधिकारी के नयनसार, तेनुआ और शेरपुर चमराह के टोल संग्रह के आधार पर टोल बढ़ोतरी के बारे में एक प्रस्ताव भेजने की उम्मीद है. इसके साथ ही, नियमित यात्रियों को भी बढ़े हुए टोल के बोझ का सामना करने की संभावना है. माना जा रहा है कि मासिक टोल में भी 10 से 20 रुपये की बढ़ोतरी हो सकती है.