सांख्यकी मंत्रालय के नेशनल स्टैटिस्टिकल ऑफिस ने सितंबर 2017 से मार्च 2021 के बीच का रोजगार आउटलुक जारी किया है जिसमें एंप्लॉई प्रॉविडेंट फंड (EPF), एंप्लॉई स्टेट इंश्योरेंस स्कीम (ESI) और नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) के साथ जुड़े लोगों की जानकारी दी गई है. ये डेटा दिखा रहा है कि इस दौरान संगठित क्षेत्र में रोजगार के कितने मौके खुले हैं. डेटा की मानें, तो नए EPF सब्सक्राइबर्स के आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान 4 करोड़ से ज्यादा नौकरियां जुड़ी हैं.
4 करोड़ से ज्यादा EPF सब्सक्राइबर्स जुड़े
आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर 2017 से मार्च 2021 के बीच 4,19,91,334 नए सब्सक्राइबर्स एंप्लॉई प्रॉविडेंट फंड (EPF) स्कीम के साथ जुड़े हैं. वहीं, इस दौरान ESI स्कीम में 4,99,52,464 सब्सक्राइबर्स शामिल हुए हैं.
NPS से जुड़े 25 लाख से ज्यादा लोग
वहीं, NPS के मोर्चे पर भी बढ़त देखने को मिली है. यहां NPS सेंट्रल गवर्नमेंट स्कीम, स्टेट गवर्नमेंट स्कीम और कॉरपोरेट स्कीम के जरिए कुल 25,43,373 नए सब्सक्राइबर्स सितंबर 2017 से मार्च 2021 के बीच जुड़े हैं.
इस साल मार्च में 11 लाख नए एनरोलमेंट
इससे पहले जारी पेरोल डाटा के मुताबिक, मार्च 2021 में 11.22 लाख नए एनरोलमेंट हुए, जबकि फरवरी में ये आंकड़ा 11.28 लाख का था. महामारी के बीच भी वित्त वर्ष 2020-21 में EPFO में कुल 77.08 लाख नए सदस्य जुड़े हैं. इसके विपरीत, वित्त वर्ष 2019-20 में 78.58 लाख मेंबर जुड़े थे.
महज 1.84 लाख महिलाएं
इन 11.22 लाख में से 7.16 लाख नए मेंबर्स हैं जबकि 4.06 लाख सब्सक्राइबर्स ऐसे हैं जो नौकरी बदलने के बाद दोबारा EPFO के साथ जुड़े हैं. इस 7.16 लाख नए सब्सक्राइबर्स में से सिर्फ 1.84 लाख ही महिलाएं हैं
मार्च में ESI में बढ़े 12 लाख लोग
वहीं, मार्च 2021 में ESI स्कीम के तहत इंश्योरेंस कंट्रीब्यूशन देने वाले लोगों में 12,24,592 का इजाफा हुआ है जिसमें से 2,30,909 ही महिलाएं हैं.
ESI उन कर्मचारियों पर लागू हो जो मैन्युफैक्चरिंग, नॉन-सीजनल जैसे काम में कार्यरत हैं. स्कीम के तहत वर्कर्स को किसी बीमारी, विकलांगता, मृत्यु या मैटरनिटी के दौरान स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं.
21 हजार रुपये प्रति माह तक की आय वालों को ही इस स्कीम का फायदा मिलता है.
मार्च में NPS में 67 लाख लोगों ने योगदान दिया
पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलेप्मेंट अथॉरिटी (PFRDA) द्वारा संचालित NPS पर गौर करें तो मंत्रालय के दिए जानकारी के मुताबिक, मार्च 2021 महीने में कुल 67,90,774 सब्सक्राइबर्स ने कॉन्ट्रीब्यूशन दिया जिसमें से 31,75,871 सब्सक्राइबर्स की उम्र 35 साल से अधिक है.
मार्च महीने में 69,988 नए सब्सक्राइबर्स NPS के साथ जुड़े जिसमें से सबसे ज्यादा संख्या स्टेट स्कीम में थी.
स्टेट स्कीम में मार्च में 48,777 नए सब्सक्राइबर्स शामिल हुए हैं. मंत्रालय ने साफ किया है कि इस डाटा में NPS लाइट स्कीम और अटल पेंशन योजना के सब्सक्राइबर्स की गणना नहीं की गई है.
NPS एक रिटायरमेंट निवेश विकल्प हैं जिसके तहत रिटायरमेंट पर 60 फीसदी रकम एकमुश्त निकाली जा सकती है और 40 फीसदी हिस्से का एन्युटी प्लान लेना होता है. इस एन्यूटी प्लान के जरिए ही पेंशन मिलती है. NPS में निवेशक को इक्विटी और डेट में निवेश का संतुलन बनाने का मौका मिलता है.
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