आम आदमी की जेब पर बोझ बढ़ता जा रहा है. फरवरी में रिटेल महंगाई (CPI) बढ़कर 5.03 फीसदी हो गई है. वहीं आर्थिक गतिविधियों का सूचकांक IIP (इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल ऑउटपुट) जनवरी में सिकुड़ा है. जनवरी में IIP माइनस 1.6 फीसदी पर रही है. मिनिस्ट्री ऑफ स्टैटेस्टिक्स एंड प्रोग्राम इंप्लीमेंटेशन ने ये आंकड़े जारी किए हैं.
जनवरी के 4.06 फीसदी के मुकाबले फरवरी 2021 में खुदरा महंगाई (CPI) 5.03 फीसदी रही है. वहीं खाने-पीने के सामान में दोगुना महंगाई दर्ज की गई है. खाद्य महंगाई जनवरी के 1.96 फीसदी से बढ़कर फरवरी में 3.87 पर आई है.
महंगाई बढ़ना चिंताजनक जरूर है लेकिन महंगाई दर भारतीय रिजर्व बैंक के 2-6 फीसदी के दायरे में ही है. इस कैलेंडर साल में लगातार दूसरे महीने रिटेल महंगाई रिजर्व बैंक के दायरे में रही है.
मंत्रालय के मुताबिक जनवरी 2021 में IIP 135.2 पर थी जो जनवरी 2020 के मुकाबले 1.6 फीसदी कम है. वहीं अप्रैल-जनवरी के बीच IIP 12.2 फीसदी सिकुड़ा है जबकि पिछले साल इस दौरान 0.5 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई थी.
जनवरी में मैन्युफैक्चरिंग और माइनिंग में सबसे ज्यादा दबाव आया है. जनवरी में मैन्युफैक्चरिंग माइनस 3.7 फीसदी पर आई है जबकि साल 2020 की जनवरी में ये 4.4 फीसदी की दर से बढ़ी थी. अप्रैल से जनवरी 2021 के बीच में मैन्युफैक्चरिंग में 10.4 फीसदी की कमी आई है.
वहीं माइनिंग भी जनवरी में 2 फीसदी की दर से सिकुड़ी है जबकि पिछले साल इसी महीने में ये 1.8 फीसदी की दर से बढ़ी थी. वहीं इस वित्त वर्ष में माइनिंग अब तक 13.6 फीसदी की गिरावट आई है.
Index of Industrial Production (IIP) for January 2021: Sectoral pic.twitter.com/klsfJAIRuF
— Ministry of Statistics & Programme Implementation (@GoIStats) March 12, 2021
हालांकि इलेक्ट्रिसिटी सेगमेंट में ग्रोथ देखने को मिली है. इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर जनवरी में 5.5 फीसदी की दर से बढ़ी है. लेकिन इस पूरे वित्त वर्ष के अब तक के आंकड़े में गिरावट नजर आ रही है. अप्रैल से जनवरी 2021 के बीच इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर भी 2.7 फीसदी की दर से सिकुड़ा है.
रबर और प्लास्टिक प्रोडक्ट्स के उत्पादन में जनवरी में बढ़त दर्ज की गई है लेकिन फार्मा, टेक्सटाइल, मशीनरी इन सभी के प्रोडक्शन में गिरावट रही.
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