पश्चिमी महाराष्ट्र में सोमवार को आए चक्रवाती तूफान (Cyclone Tauktae) के कारण 23 लाख से अधिक उपभोक्ताओं को बिजली की आपूर्ति प्रभावित हुई है. हालांकि एक अधिकारी के मुताबिक, पालघर, ठाणे, कोल्हापुर, पुणे, सिंधुदुर्ग, रत्नागिरी और रायगढ़ जिलों में 56 प्रतिशत से अधिक उपभोक्ताओं को आपूर्ति दो सौ बजे तक बहाल कर दी गई है. वहीं बिजली आपूर्ति पर असर डालने वाले 184 अस्पतालों में से लगभग तीन-चौथाई ने शाम तक बिजली बहाल कर दी थी. प्रभाव की सूचना देने वाले दस ऑक्सीजन संयंत्रों में से आठ वापस सामान्य हो गए थे.
आंकड़ों में कहा गया है कि आवासीय उपभोक्ता कनेक्शनों में, 23.79 लाख ने प्रभावित होने की सूचना दी और 13.24 लाख कनेक्शन बहाल कर दिए गए. अरब सागर में चक्रवात के गुजरने के कारण पश्चिमी महाराष्ट्र, विशेष रूप से तटीय क्षेत्रों में बारिश के साथ-साथ तेज़ हवाएं चल रही थीं, जिसके कारण एहतियात के तौर पर आपूर्ति बंद कर दी गई थी.
मौसम विभाग ने जारी की थी चेतावनी
अरब सागर के ऊपर बने दबाव के क्षेत्र चक्रवाती तूफान ‘तौकते’ (Cyclone Tauktae) ने अब बेहद गंभीर रुख अख्तियार कर दिया था. इसके चलते 180-190 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही थीं. इसे लेकर भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इस बात की चेतावनी जारी की थी.
IMD ने कहा था कि ये तूफान सोमवार की शाम तक गुजरात के तट पर टकरा सकता है और इससे वहां पर बड़े नुकसान होने की आशंका है. दूसरी ओर, साइक्लोन तौकते को देखते हुए मुंबई एयरपोर्ट को भी ऐहतियातन बंद कर दिया गया था.
बड़े नुकसान की आशंका
अनुमान लगाया जा रहा था कि सोमवार शाम तक ये गुजरात के तट पर पहुंच जाएगा. इस तूफान के चलते गुजरात के पोरबंदर और माहुवा में 25,000 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है. राज्य में अब तक 1.5 लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया गया है.
इस तूफान की वजह से गुजरात के पोरबंदर, अमरेली, जूनागढ़, गिर सोमनाथ और तटवर्ती इलाकों में बड़े नुकसान की आशंका जताई जा रही है.