Cyclone: चक्रवाती तूफान Yaas को लेकर भारतीय मौसम विभाग (IMD) की ओर से चेतावनी जारी की गई है. आईएमडी के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी के उत्तर मध्य के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जिसके चलते 23-24 मई को ये साइक्लोन में तब्दील हो सकता है. अगर ये चक्रवाती तूफान बनता है तो इसे ‘यस’ (Yaas) कहा जाएगा, ये नाम ओमान ने दिया है. चक्रवाती तूफान ताउते (Cyclone Tauktae) गुजरात और महाराष्ट्र में तबाही के मंजर की तस्वीरें छोड़ गया है.
इन जगहों पर दिखेगा असर
एक अन्य चक्रवाती तूफान के स्पेशल अलर्ट में कहा गया है कि 23-24 मई को साइक्लोन बनने के बाद ये 27 से 29 मई के बीच लैंडफॉल का कारण बन सकता है. इस चक्रवाती तूफान का असर अंडमान निकोबार द्वीप समूह, ओडिशा और पश्चिम बंगाल पर होगा. इस वक्त हवाओं की स्पीड का अनुमान 140 से 150 किलोमीटर के करीब जताया गया है.
साइक्लोन के अनुकूल है परिस्थिति
सुनीता देवी ने इस बात पर भी जोर दिया कि समुद्र की समतह का तापमान SST बंगाल की खाड़ी से 31 डिग्री ऊपर है, जो कि औसत तापमान से 1-2 डिग्री तक ऊपर है. ये परिस्थितियां ऐसी हैं जो चक्रवाती तूफान के बनने के लिए अनुकूल हैं.
चक्रवात ताउते से हुआ है काफी नुकसान
चक्रवात ताउते के चलेत गुजरात में कम से कम 13 लोगों की जान गई है. राज्य के कई हिस्सों में साइक्लोन ने तबाही मचाई और उसके निशान अपने पीछे छोड़ गया. इस तूफान में हजारों पेड़ टूटे, खंभे उखड़े और घरों को नुकसान पहुंचा.
मौसम विभाग ने बुधवार को कहा कि काफी भीषण स्थिति में पहुंचा चक्रवाती तूफान ताउते अब बेहद कमजोर हो गया है और कुछ ही घंटों में एक डिप्रेशन में बदल जाएगा. मौसम विभाग के मुताबिक सौराष्ट्र और गुजरात के तटों से अत्यंत भीषण चक्रवाती साइक्लोन ताउते के टकराने के बाद लैंडफॉल की प्रक्रिया सोमवार देर रात को खत्म हो गई.
गृहमंत्रालय की एडवाइजरी
गृहमंत्रालय ने अपनी एडवाइजरी में कहा कि ताउते का असर 19 और 20 मई को उत्तर-पूर्व और पश्चिम उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ने की संभावना है. मंगलवार शाम तक चक्रवाती तूफान सौराष्ट्र तक केंद्रित था.