कोरोना वायरस अब ग्लोबल इमरजेंसी नहीं रह गया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO ने इस बात का ऐलान करते हुए कहा कि इमरजेंसी कमेटी की 15वीं बैठक में ये फैसला लिया गया है. WHO महानिदेशक डॉक्टर ट्रेडोस ने कहा कि कमेटी की 15वीं बैठक में ये सिफारिश की गई जिसे मैंने मान लिया है. हालांकि कोरोना अभी भी ग्लोबल हेल्थ थ्रेट है इस बात से WHO ने इंकार नहीं किया है.
30 जनवरी 2020 को कोविड-19 को ग्लोबल इमरजेंसी घोषित किया गया था. जिस वक्त ये फैसला लिया गया था जब चीन में 100 से कम केस ही कोरोना के आए थे और किसी की मौत भी नहीं हुई थी. अब जब आप ये खबर पढ़ रहे हैं तब दुनियाभर में कुल 765,222,932 केस सामने आ चुके हैं और 6,921,614 लोगों की मौत हो चुकी है.
WHO महानिदेशक डॉक्टर ट्रेडोस ने ये कहा कि कोरोना को ग्लोबल इमरजेंसी से हटाने का अर्थ ये नहीं कि कोविड खत्म हो गया है. अभी भी नए वैरिएंट सामने आ रहे हैं और सतर्क रहने की भी जरूरत है. संगठन ने कहा कि कोरोना के कारण पूरी दुनिया पर बहुत व्यापक असर पड़ा है. स्कूल कॉलेजों से लेकर तमाम उद्योग धंधों पर कोविड का असर हुआ. दुनिया ने एकजुट होकर फैसले लिए.
WHO की ओर से बताया गया है कि उन्होंने कोविड को ग्लोबल इमरजेंसी से हटाने का फैसला पिछले एक साल में लगातार घटे केसों को देखते हुए लिया है. चूंकि दुनियाभर में कोविड के प्रसार की रफ्तार पर ब्रेक लगा है और केसों में गिरावट दर्ज की गई है. अब जब कोविड ग्लोबल इमरजेंसी नहीं रहेगा तब दुनिया के देश अपने अपने हिसाब से महामारी की रोकथाम को लेकर फैसले ले सकेंगे.