अयोध्या को जल्द ही वर्ल्ड क्लास टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में डेवलप किया जाएगा. केंद्र सरकार की ओर से लगातार इस दिशा में काम किया जा रहा है. इसी कड़ी में केंद्र अब दिल्ली से अयोध्या, वाराणसी, प्रयागराज के लिए बुलेट ट्रेन (Bullet Train) चलने जा रही है. वहीं अब दिल्ली से सीधे अयोध्या के लिए भी बुलेट ट्रेन चलाई जाएगी. यह ट्रेन 320 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ेगी. नेशनल हाई स्पीड रेल कारपोरेशन के अधिकारियों ने अयोध्या स्टेशन के लिए जमीन फाइनल करने के साथ तय स्थान पर पत्थर भी लगा दिए हैं. इस प्रोजेक्ट के लिए 200 लाख करोड़ रुपये की आवश्यकता होगी.
आयोध्या में एयरपोर्ट के ठीक सामने होगा बुलेट ट्रेन का स्टेशन
बुलेट ट्रेन का स्टेशन लखनऊ-गोरखपुर बाईपास हाईवे पर बन रहे मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र एयरपोर्ट के ठीक सामने होगा. कॉरपोरेशन ने एयरपोर्ट अथॉरिटी से NOC के लिए आवेदन भी किया है. अयोध्या को दिल्ली को जोड़ने की योजना है. इसके लिए सर्वे भी किया जा चुका है. योजना को मंजूरी भी मिल गई है. NOC मिलते ही कॉरपोरेशन अपना काम शुरू करेगा.
लखनऊ से अयोध्या तक अलग से पटरी बिछाई जाएगी
इस प्रोजेक्ट के लिए 941.5 किलोमीटर के लिए नई पटरी बिछाई जाएगी. यह दिल्ली से आगरा-लखनऊ-प्रयागराज होते हुए वाराणसी तक जाएगी. वहीं इस प्रोजेक्ट में अयोध्या को शामिल करने के लिए लखनऊ से अयोध्या तक अलग से पटरी बिछाई जाएगी. लखनऊ-अयोध्या 130 किमी. लिंक सेवा के रूप में रहेगी. इसमें दिल्ली से वाराणसी व दिल्ली से अयोध्या के लिए दो अलग-अलग बुलेट ट्रेन चलेंगी.
7 से 8 साल लगेंगे प्रोजेक्ट को पूरा होने में
वाराणसी और अयोध्या को हाई स्पीड ट्रेन सर्विस से जोड़ने के लिए 200 लाख करोड़ रुपये की जरूरत पड़ेगी. बड़े शहरों के ट्रैफिक को देखते हुए कुछ शहरों में अंडर ग्राउंड लाइनें भी बिछाई जाएंगी. इस प्रोजेक्ट को पूरा होने में कम से कम 7 से 8 साल का समय लगेगा.