निजी कंपनियां जहां 5G सर्विस रोल आउट करने में लगी हैं वहीं BSNL अभी भी एक क़दम पीछे चल रही है. सार्वजनिक क्षेत्र की टेलीकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने 4जी सेवाओं के औपचारिक रोलआउट के लिए पंजाब के कुछ हिस्सों में पायलट मोड में 4जी सेवाएं शुरू की हैं. संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि कंपनी ने स्वदेशी टेलीकॉम स्टैक का उपयोग करते हुए 135 टावर साइटों के साथ अपनी 4जी सेवाओं का लाइव परीक्षण शुरू कर दिया है. इंडिया टेलीकॉम स्टैक पर पहले 200 टावरों की तैनाती की जानी है. यह काम अगस्त तक पूरा होना है.
एक बार 200 साइटों पर पायलट पूरा हो जाने के बाद, BSNL शुरुआत में पंजाब के तीन जिलों – फिरोजपुर, पठानकोट और अमृतसर में 4जी सेवाओं को व्यावसायिक रूप से शुरू करेगी. हालांकि 4जी सेवाओं को शुरू करने के लिए टीसीएस के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम के साथ बीएसएनएल के 24,500 करोड़ रुपए के सौदे को सरकार ने अभी तक मंजूरी नहीं दी है. इसके तहत 100,000 4जी साइट्स के लिए उपकरणों की आपूर्ति और रखरखाव के काम किए जाने हैं.
सरकार ने शनिवार को अरुणाचल प्रदेश के 336 गांवों में 254 मोबाइल टावर भी लॉन्च किए, जो 70,000 ग्राहकों को 4जी सेवाएं प्रदान करेंगे. अश्विनी वैष्णव के अनुसार, पूर्वोत्तर राज्यों में टॉवर साइट या बेस ट्रांसीवर स्टेशन (बीटीएस) पांच गुना बढ़कर 19,722 से 94,135 हो गए हैं. अरुणाचल प्रदेश में 3,721 से अधिक गांवों को कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए 2,605 4जी मोबाइल टावरों को मंजूरी दी है. इसमें 2,675 करोड़ रुपये की लागत आई है.
बता दें 4जी सेवाओं के लॉन्च में देरी की वजह से BSNL ने जनवरी के अंत तक पिछले 13 महीनों में 9.2 मिलियन मोबाइल ग्राहक खो दिए. भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी के अंत में कंपनी के पास कुल ग्राहकों की संख्या 105.13 मिलियन थी. BSNL से पिछले 13 महीने में सबसे ज्यादा ग्राहक जनवरी में ही निकले जिनकी संख्या क़रीब 1.5 मिलियन रही.