दिल्ली में औसतन हर दूसरे दिन हवाई जहाज से पक्षी टकराते हैं. सरकार ने संसद में यह जानकारी साझा की है. संसद में पूछे गए एक सवाल के लिखित जवाब में नागर विमानन राज्य मंत्री डॉ विजय कुमार सिंह ने बताया कि 2018 से 31 अक्टूबर 2023 तक दिल्ली में हवाई जहाज से पक्षियों के टकराने के 710 मामले सामने आए थे. आंकड़ों को अगर देखें तो औसतन हर दूसरे दिन दिल्ली में हवाई जहाज से पक्षियों के टकराने की घटना सामने आई है, जो कि किसी भी राज्य की तुलना में सबसे ज्यादा है.
आंकड़ों के मुताबिक 2023 में 31 अक्टूबर तक दिल्ली में 169 मामले सामने आए थे. 2018, 2019, 2020, 2021 और 2022 में दिल्ली में हवाई जहाज से पक्षियों के टकराने के मामले क्रमश: 101, 97, 63, 96 और 184 थे. डॉ विजय कुमार सिंह ने बताया है कि बीते 5 साल में पक्षियों के टकराने की वजह से कोई विमान दुर्घटनाग्रस्त नहीं हुआ है. हालांकि 2021 का एक मामला है जिसमें पक्षी के टकराने से हवाई जहाज इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी थी. दरअसल, 2021 में कोलकाता एयरपोर्ट पर पक्षी टकराने की वजह से विमान को आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी थी.
उन्होंने बताया कि आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि विमान से पक्षियों के टकराने की ज्यादातर घटनाएं लैंडिंग और टेकऑफ के दौरान होती हैं. डीजीसीए ने लाइसेंस प्राप्त एयरपोर्ट पर संभावित वन्यजीव खतरे के प्रबंधन के लिए नियम और दिशानिर्देश जारी किए हुए हैं. वायुयान नियमावली 1937 के नियम 91 एरोड्रम रेफरेंसप्वाइंट के तहत 10 किलोमीटर के भीतर कचरा फेंकने और पशुओं का वध करने पर रोक है. दरअसल, कचरे और पशुओं के वध की वजह से वन्यजीव आकर्षित होते हैं.